हल्द्वानी: सरकारी हॉस्पिटल अपनी सुविधाओं को उच्च स्तर की बताते रहते है और निजी हॉस्पिटलों से तुलना करते है लेकिन कुमाऊं के द्वार हल्द्वानी में कहानी कुछ और ही है। गांधीनगर हल्द्वानी निवासी सत्येंद्र कुमार ने बेस अस्पताल पर इलाज के दौरान लापरवाही करने का आरोप गया है। उन्होंने कहा कि यहां रैबीज़ का टीका लगाने के मना किया जा रहा है। मामला बुधवार का है जब सत्येंद्र कुमार अपने परिचित जितेंद्र सागर 13 साल को रैबीज़ का टीका लगवाने के लिए बेस अस्पताल ले गए। लेकिन अस्पताल कर्मी ने कहा कि रैबिज के टीके काफी कम है तो वो केवल बीपीएल सूची में आने वाले लोगों को ही लगाए जाएंगे। इस बारे में जब उन्होंने चिकित्साधिकारियों से बात की तो उनकी तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस विषय में सीएमएस डॉ एसबी ओली ने कहा कि दून ने कम इंजेक्शन सप्लाई के कारण दिक्कत आ रही है। खबर के सामने आते ही प्रशासन एक्शन में आ गया है। इसी के मद्देनजर सिटी मजिस्ट्रेट केके मिश्र और एसडीएम एपी बाजपेई ने अस्पताल का निरीक्षण किया। अपने निरीक्षण के दौरान उन्होंने रैबिज का इंजेक्शन लगाने। वहीं इंजेक्शन लगाने आए लोगों ने बताया कि अस्पताल केवल बीपीएल कार्ड धारको को लगाने का हवाला दे रहा है और एपीएल कार्ड धारको से 100 रूपए वसूल रहा है । वही वसूली की शिकायत मिलते ही सिटी मजिस्ट्रेट केके मिश्र और एसडीएम एपी बाजपेई ने सीएमएस को सख्त चेतावनी दी कि अगर ऐसा मामला दोबारा सामने आया तो कड़ी कार्रवाई होगी। वही सीएमएस ओपी ओली अपने विभागीय कर्मचारियों की करतूतो को छिपाने के लिये वसूली के आरोपो से इंकार करते रहे ।