हल्द्वानी: चकलुआ स्थित एमसीजी ग्राउंड में कल (शनिवार) को प्रतियोगिता के सेमीफाइनल मुकाबले शुरू हो रहे है। सेमीफाइनल में पहला मुकाबला एसआरएस और हल्द्वानी क्रिकेट एकेडमी के बीच होगा। वहीं दिन के दूसरे मुकाबले में कॉल्ट्स क्रिकेट एकेडमी और हिमालयन ब्लू आमने-सामने होगें। चारों ही टीम ने लीग में शानदार प्रदर्शन किया है। जहां कॉल्ट्स और एसआरएस ने लीग के दोनों मैच जीते है तो वहीं हिमालय क्रिकेट एकेडमी और एचसीए को एक-एक हार का सामना करना पड़ा है। एक बार फिर उत्तराखण्ड के युवाओं ने क्रिकेट की तरफ लोगों का ध्यान खीचा है। अब बात चारों टीमों की करें तो सभी ने शानदार प्रदर्शन किया है।
कॉल्ट्स क्रिकेट एकेडमी: कॉल्ट्स की टीम का बल्लेबाजी क्रम अभी तक प्रतियोगिता में अव्वल रहा है। सलामी बल्लेबाज रोहन ने पहले मैच में 104 और दूसरे में 55 रनों की पारी खेली है। इसके अलावा उन्होंने विकेटकीपिंग में भी कई खिलाड़ियों को पवेलियन की राह दिखाई है। इसके अलावा आयूष भी शानदार फॉर्म में है। ईशांत और मिनाक्षी ने भी अपने प्रदर्शन से टीम को मजबूती दी है। कोच मनोज भट्ट टीम के प्रदर्शन से खुश हैं। उन्होंने कहा कि टीम अच्छी लय में है और उसे बरकार रखना होगा। उन्होंने कहा कि मैं बस टीम से चाहता हूं कि वो हर मैच को एक चुनौती समझे। एक गलती उन्हें खिताब से दूर कर सकती हैं।
एसआरएस क्रिकेट एकेडमी: ये टीम अंडर-12 प्रतियोगिता से अव्वर रही है खिताब जीतने के बाद इस टीम ने चैंपियन की तरह खेली है। बल्लेबाजी में इस टीम ने टेंपरामेंट जरूर दिखाया है लेकिन वो बड़े स्कोर में तब्दील नहीं हो पाया । एसआरएस की गेंदबाजी का तोड़ विपक्षी बल्लेबाज खोजने में नाकाम रहे है। कप्तान हर्षित जीना की रणनीति विपक्षी टीम के लिए सिर दर्द बना हुआ है। एसआरएस की टीम अंडर-12 खिताब जीतने के बाद शानदार फॉर्म में दिख रही है। गेंदबाजी क्रम में प्रशांत, रोहित और हर्षित बल्लेबाजों को बधाने में कामयाब रहे हैं। वही बल्लेबाजी की कमान दिव्यम पर है जिन्होंने अब तक प्रतियोगिता में 98 रन बनाए हैं। वही कोच हरीश नेगी और महेंद्र अधिकारी का मानना है कि नॉक आउट में टीम की बल्लेबाजी में निखार लाने की जरूरत है। गेंदबाजों पर हर मैच पर अतिरिक्त दवाब रहा है जिसे बल्लेबाजों को समझना होगा।
एचसीए:इस टीम ने टुकड़ों में शनादार प्रदर्शन किया लेकिन अनुभव की कमी के कारण टीम थोड़ी जूझी है। कप्तान राणा, ऑलराउंडर कान्हा और ओपनर अनिरुद्ध पर खास जिम्मेदारी है। गेंदबाजी में रविंद्र और सहज ने अच्छा प्रदर्शन जरूर किया है लेकिन फाइनल तक पहुंचने के लिए इसके निखारने की जरूरत है।कोच महेंद्र बिष्ट ने कहा कि टीम को अपनी फिल्डिंग में सुधार करना होगा। नॉक आउट में अतिरिक्त रन देना मुश्किल खड़ी कर सकता है। उन्होंने कहा कि टीम को अपने ऊपर भरोसा लाना होगा जो अनुभव के साथ आएगा।
हिमालय क्रिकेट एकेडमी: प्रतियोगिता की टॉप फेवरेट टीम का प्रदर्शन नाम के अनुरूप नहीं रहा है। पहला मैच हारने के बाद दूसरे मैच में इस टीम ने वापसी जरूर की है लेकिन अभी खिताब दूर है। कप्तान आरुष मलकानी, रक्षित डालाकोटी, अभिषेक, आयुष और अभिनव पर टीम की नैया पार लगाने की जिम्मेदारी है। आरुष और रक्षित की फॉर्म वापस आ गई है जो विपक्षी टीम को जरूर परेशान कर रही होगी। रक्षित ने दूसरे मैच में 41 रनों की पारी खेली तो वही आरुष ने तेज तरार 67 रनों की पारी खेल फॉर्म वापस पाई। कोच दान सिंह कन्याल ने कहा कि टीम को पिछली हार से सबक लेना होगा। अति विश्वास टीम के लिए घातक साबित हो सकता है। उन्होंने कहा कि रक्षित और आरुष का फॉर्म में वापस आना टीम के लिए राहत की बात है।
प्रतियोगिता के आयोजक समिती के सदस्य दान सिंह भंडारी, धिरेन डालाकोटी और इंदर जैठा ने बताया कि एक बार फिर युवाओं ने अपने खेल से दर्शकों का दिल जीता है। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों की फिटनेस और टेंपरामेंट के लिहाज से ये काफी कठिन टूर्नामेंट रहा है। इतनी गर्मी में भी खिलाड़ी 30 ओवर तक मैदान पर रहे हैं। नॉकआउट उनके लिए एक अलग चुनौती पेश करेगा।