News अबूझ पहेली By Haldwani Live News Desk Posted on 19/12/2016 Share Tweet Share Email Comments मेरे हाथों की छोटी – बड़ी पतली – चौड़ी आढ़ी – टेढ़ी सी इन लकीरों में कब से छुपा है तू मेरी तक़दीरों में बांचने वालों ने बांचने की कोशिशें हजार करी उनके लिए मै एक अबूझ पहेली ही रही Related Items:आढ़ी - टेढ़ी, कोशिशें, तक़दीरों, हाथों Share Tweet Share