अल्मोड़ा के डीएम के मंत्री से कहा ‘हटाना है तो हटवा दो पर ये मैं नहीं कर पाऊंगा’
उत्तराखंड में बीजेपी सरकार के आने के बाद मंत्री बनी रेखा आर्या की अल्मोड़ा में प्रशासन से मतभेद की ख़बरें आ रही हैं. रेखा आर्या कांग्रेस से बागी होकर बीजेपी में शामिल हुई थी और बीजेपी के टिकट पर उन्होंने सोमेश्वर से जीत हासिल की जिसके बाद उन्हें राज्यमंत्री का पद मिला.मंत्री बनने के बाद उन्होंने अल्मोड़ा में खुलेआम यातायात नियमों का उल्लंघन किया. अल्मोड़ा शहर में जाम से निपटने के लिए वन वे व्यवस्था की गई है. पर मंत्री ने अपने स्वागत समारोह के दिन इसे तोड़ा इतना ही नहीं इसके बाद उन्होंने इसे खत्म करने के आदेश भी दिए. जिसे मानने से फिलहाल प्रशासन ने मना कर दिया है. प्रशासन के मुताबिक इससे शहर में लगने वाले जाम से लोगों को राहत मिली है पर व्यापारियों का कहना है कि इससे उनकी दुकानदारी पर बहुत फर्क पड़ा है और इसे खत्म किया जाना . इसे लेकर वो काफी से प्रशासन पर दवाब भी बनाए हुए हैं. कांग्रेस का अल्मोड़ा से हारने का ये भी एक कारण बताया जा रहा है. रेखा आर्या ने अल्मोड़ा में प्रशासनिक अधिकारीयों से इस बारे में बातचीत की इसके अलावा उन्होंने कई समस्याओं के समाधान पर नाराज़गी भी जताई. इतना नहीं उन्होंने अधिकारियों से इतना भी कहा आप लोग हमारा फोन नहीं उठाते हैं।सूत्रों के अनुसार इस मामले को लेकर अल्मोड़ा के डीएम सविन बसंल से उनकी तीखी नोकझोंक भी हुई जिसके बाद डीएम ने उनसे कहा ‘अगर आपको मुझे हटवाना है तो हटवा दीजिए पर ये मैं नहीं कर पाऊंगा’इस मामले पर डीएम ने मंत्री जी की बात मानने से इनकार कर दिया हालांकि बाद में पुलिस अधीक्षक ने मीटिंग कर मामले को देखने की बात कह मंत्री जी से कही पर सवाल ये उठता है कि क्या किसी मंत्री को ये हक है कि वो खुलेआम नियमों का उल्लंघन करें और बाद में इसे खत्म करने का फरमान इस तरह सुनाए.