हल्द्वानी। उत्तराखण्ड के बड़े शहर हल्द्वानी, देहरादून और हरिद्वार में यातायात को पटरी में लाने वाली सीपीयू अब अल्मोड़ा के ट्रैफिक को सुधारने के लिए तैयार है। सीपीयू के डर से हल्द्वानी में हर कोई हेलमेट के बिना घर से ही नही निकलता। काली वर्दी और बुलेट देखकर तेज बाइक चलाने वालों की स्पीड धीरे हो जाती है। बात हल्द्वानी की करें तो सीपीयू के आने से शहर में सड़क हादसों के ग्राफ में गिरावट नज़र आई है। जो हेलमेट घर में शोपीस के तौर पर रहता था वो लोगों को सड़क हादसे से बचा रहा है। अब अल्मोड़ा में भी कुछ ऐसा ही होगा। सड़क यातायात के नियामों का पालान ना करने वालों को जेब ढीली करनी पड़ेगी। घुस देने की सोची तो कैमरा वीडियो बना रहा होगा। एसएसपी ने अल्मोड़ा में ट्रायल के तौर परसीपीयू की दो टीम गठित की है। कयास लगाए जा रहे है कि बुधवार को सीपीयू का सड़क में आगमन हो जाएगा। पुलिस की माने तो सीपीयू के आने से यातायात नियमों के साथ खिडवाड़ करने वाले लोगों पर अंकुश लगेगा। इसके साथ ही सड़क हादसों में भी लगाम लगेगी।
इस विषय में एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने कहा कि हम अपने स्तर से सीपीयू का गठन कर रहे हैं। ये देहरादून और हल्द्वानी की तरह काम करेगी। पहले दौर में दो बाइक में चार पुलिस वालों होगे जो पूरे शहर में घुमकर कर ट्रैफिक व्यवस्था को ठीक करेंगे। । एसएसपी ने बताया कि अगर सीपीयू अपने नाम की तरह अल्मोड़ा में भी सफल रही तो रानीखेत में इसे शुरू किया जायेगा। एसएसपी ने बताया कि सीपीयू की चैकिंग सुबह आठ बजे से शाम आठ बजे तक रहेंगे। सीपीयू नगर के सभी मुख्य मार्गो में चैकिंग करेगी और इसके लिए अभी पुलिस कमिर्यो को ट्रेनिंग दी जा रही है। अब देखना दिलचस्प होगा कि लोग सीपीयू के साथ कितनी जल्दी सामंजस्य बैठा पाते है क्योकि देरी लोगों के लिए ही परेशानी बनेगी क्योकि सीपीयू द्वारा पकड़े जाने पर सजा निश्चित होती है।