नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मौद्रिक नीति समिति ने अपनी पहली बैठक के बाद प्रमुख दर में 25 आधार अंकों की कटौती की है, जिससे कॉरपोरेट कंपनियों और वाणिज्यिक बैंकों को काफी राहत मिली है। इस फैसले के बाद रेपो दर घटकर 6.25 फीसदी और रिवर्स रेपो दर घटकर 5.75 फीसदी हो गया है।यह मौद्रिक समिति की पहली बैठक थी, जिसे सरकार ने खुदरा मुद्रास्फीति की दर चार फीसदी (दो फीसदी ऊपर-नीचे) रखने की जिम्मेदारी दी है।
इस समिति में छह सदस्य हैं, जिसके अध्यक्ष अरबीआई के गर्वनर उर्जित पटेल हैं, जिन्होंने समिति के फैसले के पक्ष में वोट दिया। गौरतलब है कि समिति के सभी सदस्यों ने दर में कटौती के समर्थन में वोट दिया। इस बैठक के मिनट्स 18 अक्टूबर को जारी किए जाएंगे।
इस फैसले का शेयर बाजार पर सकारात्मक असर पड़ा है और प्रमुख सूचकांकों में तेजी देखी गई। इस घोषणा से पहले सेंसेक्स 28,250 पर था, जो घोषणा बाद बढ़कर 28,380 पर पहुंच गया।