हल्द्वानी– एक बार फिर आर्यमान विक्रम बिड़ला स्कूल के छात्रों ने ताइक्वांडो प्रतियोगिता में अपना परचम लहराया। ताइक्वांडो फेडरेशन ऑफ इंडिया की नेशनल प्रतियोगिता में श्रेेया कांडपाल ने सीनियर वर्ग में सिल्वर मेडल प्राप्त करते हुए पूरे कुमाऊं का सर गौरव से ऊंचा किया। श्रेया ने पिछले तीन साल से लगातार कई प्रतियोगिता में पदक हासिल किए है। कोच कमलेश तिवारी की नियुक्ति भारतीय टीम के कोच के तौर पर हुई है। वह ताइक्वांडो जी-1 वर्ल्ड रैकिंग चैपियशिप के लिए सोमवार रात को दुबई के लिए रवाना होंगे। उनके साथ प्रदेश के लोकेश कांडपाल और शुभांगनी साह भी इस प्रतियोगिता में शिरकत करेंगे। इसके पूर्व भी वो जूनियर वर्ल्ड चैपियशिप में वो कनाडा भारतीय टीम के कोच के तौर पर जा चुके है। कमलेश तिवारी की कोचिंग में बिड़ला स्कूल का प्रदर्शन हर प्रतियोगिता में शानदार रहा है और उनकी पूरे प्रदेश में अलग पहचान बन गई है। उनकी मेहनत ने प्रदेश को कई नेशनल खिलाड़ी दिए है । इस लिस्ट में दीप्ती पंत,सार्थक बहुगुणा,अनुराग बिष्ट,समृद्धि बहुगुणा, आयुषी, उत्कर्ष बिष्ट,गौरी बिष्ट, रितिका जोशी, त्रितिक्शा कपिल और अमन का नाम है। इसके साथ ही कमलेश के शिष्य हार्थिक स्टेट मास्टर एथ्लेटिक मीट में गोल्ड मेडल में कब्जा जमाया।
कमलेश तिवारी ताइक्वांडो के हैल्थ फिटनेस में एनआईएस है। उन्होंने फिजिकल एजुकेशन एंड सोशोलॉजी में ट्रिपल एमए है। वो पिछले 13 साल से आर्यमान विक्रम बिड़ला स्कूल ताइक्वांडो टीम के हेड कोच की भूमिका निभा रहे है और कमलेश ने प्रदेश को इस खेल में किया दिया है वो किसी से छिपा नही है। हल्द्वानी लाइव डॉट कॉम से फोन पर बात करते हुए कमलेश ने अपनी और अपने शिष्यों की कामयाबी के बारे में बताया । उन्होंने कहा कि इस स्तर पर पहुंचने के लिए हमने निरंतर परिश्रम किया है और आगे भी करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि मेरे बच्चों की मेहनत ने मुझे हर वक्त बुस्टअप किया है और मै अपनी कामयबी का श्रेय उन्ही को देता हूं। इससे पहले कमलेश जर्मनी, सिंगापुर , चीन , मलेशिया,थाइलैंड और कनाडा जा चुके है।