इंदौर : भारतीय टीम ने स्पिन गेंदबाजों की शानदार गेंदबाजी के बदौलत न्यूजीलैंड तीसरे टेस्ट में 321 रनों से हरा क्लीन स्वीप का सपना पूरा किया। एक बार फिर भारतीय टीम की जीत की कहानी गेंदबाजी के सचिन तेंदुलकर ” आर अश्विन” ने ही लिखी और विजयदशमी के दिन देश को शानदार तोहफा दिया। चौथे दिन चाय के बाद अश्विन की गेंदबाजी के आगे न्यूजीलैंड का बल्लेबाजी क्रम ताश के पत्तों की तरह बिखर गया। अश्विन ने दूसरी पारी में 7 विकेट हासिल किए।
चौथे दिन बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने पहले ही ओवर से तेजी से रन बनाने का मूड दिखा दिया था। इसकी शुरूआत 2 साल बाद टीम में वापसी कर रहे गौतम गंभीर ने 50 रनों की तूफानी पारी खेलकर की। इसके बाद पुजारा के 101* रनों की बदौलत भारतीय टीम ने 216/3 पर पारी घोषित कर न्यूजीलैंड को 475 रनों का लक्ष्य दिया। दूसरी पारी में विजय ने 19,कोहली 17 और राहणे ने 23 रनों का योगदान दिया । विराट कोहली ने । लक्ष्य बड़ा था लेकिन किसी ने ये नही सोचा था कि कीवी टीम चौथे दिन ही हथियार डाल देगी। न्यूजीलैंड की पूरी टीम मात्र 133 रनों पर ऑलआउट हो गई। भारत की ओर से गेंदबाजी में जडेजा ने 2 और उमेश यादव ने 1 विकेट लिया।
अश्विन ने एक बार फिर साबित किया कि वो टीम के सबसे बड़े मैच विनर है। भारतीय टीम को नंबर एक कुर्सी दिलाने में अश्विन का सबसे बड़ा हाथ रहा है। मैच में 13 विकेट लिए और इस सीरीज में कुल 27 विकेट झटके। शानदार फार्म में चल रहे अश्विन ही मैन ऑफ द मैच और मैन ऑफ द सीरीज रहे। हैरानी की बात ये है कि ये सातवां मौका है जब अश्विन को मैन ऑफ द सीरीज का खिताब मिला है। विराट कोहली और उनकी टीम का लगातार अच्छा प्रदर्शन इस बात के संकेत दे रहा है ये टीम अब टेस्ट क्रिकेट में राज करने योग्य है। वही सेनापति विराट कोहली के लिए कप्तानी के लिहाज से ये उनकी 4 सीरीज जीत है। भारतीय टीम को इस सत्र में 10 और टेस्ट अपने देश में ही खेलने है अब देखते है कि क्या विराट की सेना अपनी जीत की रफ्तार बरकार रख पती है या नही?