नई दिल्ली– देश में राजनीति में आने के लिए पैसा कितना मायने रखता है ये इन आंकड़ो से पता चलता है। उत्तराखंड विधानसभा में विधायक बनने के लिए 200 करोड़पति उम्मीदवार मैदान में है। चुनाव सुधारों पर काम करने वाली संस्था एडीआर (एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म) ने 2017 विधानसभा चुनाव के लिए ये आंकड़े जारी किए हैं।634 उम्मीदवारों के हलफनामे में ये बात कही गई है। यानि कुल 31 फीसदी उम्मीदवार मैदान में है। कांग्रेस के 51 बीजेपी के 49 उम्मीदवार करोड़पति है।इन्हीं दो पार्टियों के बीच मुख्य मुकाबला है।बीजेपी और कांग्रेस ने दागी लोगों को टिकट देने में भी कोई कोताही नहीं बरती है। जिन 91 उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज है उनमें से बीजेपी के 19 और कांग्रेस के 17 उम्मीदवार है। 91 दागी उम्मीदवारों में से 54 नेताओं पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज है। पर लगता है दोनों पार्टियां राज्य में किसी भी सूरते हाल में सरकार बनाना चाहती है इसलिए उन्हें धनबल और बाहुबली उम्मीदवारों से कोई प्रदेश नहीं है। इनके अलावा अन्य पार्टियों का रिकार्ड भी कोई बहुत बेहतर नहीं है। चाहे वो युकेडी(उत्तराखंड क्रांति दल)’बीएसपी या सपा ही क्यों ना हो। सब चोर चोर मौसेरे भाई वाली कहावत को सही साबित करते है।
हेमराज चौहान- टीवी पत्रकार
रिपोर्ट सोर्स-एडीआर