
ओहो ! री पुष्पा
हाय ! रे पुष्पेन्दर
क्या नाम रखे
तुम दोनों के
पंडितो ने , धुरन्दर
दोनों को ही
आजकल
” पुश ” करने वालों का
जामा पहना दिया
कोई पापा को पुश करती है
तो कोई बाइक को
पुश करता है !


ओहो ! री पुष्पा
हाय ! रे पुष्पेन्दर
क्या नाम रखे
तुम दोनों के
पंडितो ने , धुरन्दर
दोनों को ही
आजकल
” पुश ” करने वालों का
जामा पहना दिया
कोई पापा को पुश करती है
तो कोई बाइक को
पुश करता है !