हल्द्वानी: त्रिवेंद्र सरकार ने साल 2017-2018 का बजट पास कर दिया है । पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इसका विरोध भी किया लेकिन अब वो अपनी ही साथियों जिन्होंने उनके साथ सरकार चलाई थी उनपर तंज कस रहे है। दरअसल चुनाव के वक्त कांग्रेस द्वारा लोगों को लुभाने वाली रोजगार गांरटी योजना पर सवाल पूर्व सीएम को पंसद नही आ रहा है। पूर्व सीएम की इस योजना पर भाजपा ने सवाल तो उठाए थे लेकिन शुक्रवार को सदन में नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने भी कहा कि कहा-बेरोजगारों को जॉब कार्ड बांटने का ऐलान चुनावी प्रलोभन था। इसे अनुमति न मिलना ठीक रहा। उनके इस कथन ने पूर्व सीएम को नाराज कर दिया है। हरीश रावत चुप नहीं रहे और उन्होंने अपने दर्द को सोशल मीडिया पर जाहिर कर दिया।
रोजगार कार्ड पंजीकरण योजना इन विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के चुनाव अभियान का हिस्सा थी। @AmarUjalaNews pic.twitter.com/Y9Aj3ozsNE
— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) June 10, 2017
दोनों ही नेता द्वारा शुरू हुआ शब्दों का वार अब चर्चा बन रहा है। वैसे भी चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस पार्टी अपने आप एक बार फिर पटरी में लाने की कोशिश तो कर रही है लेकिन इस तरह के मतभेद पार्टी को निशाना बना रहे है। पूर्व सीएम के घर में काफल चार्ट दावत का भी कार्यक्रम आयोजन हुआ था जहां उन्होंने काफल को उत्तराखण्ड की संस्कृति करार दिया।