
ये सच है कि
समुन्दर हमें
मोतियों जैसे
बहुतेरे रत्नों
से नवाजता है !
ना जाने कितनी
नदियां उसमें
आ-आकर समा
जातीं हैं ?
पर अच्छा है कि
तेरा दिल अब
समुन्दर सा नहीं रहा !
होता तो !
मेरी सारी उमर
तेरा खारापन
दूर करने में ही
निकल जाती !
और मैं तुझसे
मिलने वाली
नेमतों से
अछूती रह जाती !

