हल्द्वानी: रायपुर स्थित महाराणा प्रताप स्पोटर्स कॉलेज में 66वीं अखिल भारतीय पुलिस एथलेटिक्स चैंपियनशिप उत्तराखण्ड पुलिस के लिए ऐतिहासिक साबित हुई। एथलेटिक्स चैंपियनशिप में उत्तराखण्ड खिलाड़ियों ने साबित किया कि खेल के मैदान पर वो किसी से पीछे नहीं है। मेजबानी कर रहे उत्तराखण्ड ने प्रतियोगिता में दूसरा स्थान प्राप्त किया।
इस चैंपियनशिप में उत्तराखण्ड के खाते में 5 गोल्ड, 2 सिल्वर और 1 ब्रॉन्ज आए हैं। इस प्रतियोगिता में मनीष रावत ने सबसे पहले पदक जीत प्रदेश की पदक लिस्ट का शुभारंभ किया था। रहे। मनीष रावत ने ओलंपिक में भी भाग लिया था। इस चैंपियनशिप में अकेले मनीष रावत ने 3 मेडल हासिल किए हैं। उनके खाते में दो गोल्ड और एक ब्रॉन्ज मेडल आया। इसके अलावा देश विदेश की प्रतियोगिताओं में भी वो कई मेडल जीत चुके हैं। वही हरीश कोरंगा ने भी स्वर्ण पदक जीता हरीश कोरंगा ने 1500 मीटर रेस में भी सिल्वर मेडल हासिल किया। इसके अलावा यसजीत सिंह ने जेवलिन थ्रो में उत्तराखंड को सिल्वर मेडल दिलाया। मैराथन इवेन्ट में लाल सिंह ने उत्तराखंड पुलिस के लिए स्वर्ण पदक जीता। लाल सिंह ने 2 घण्टे 22 मिनट 59 सेकन्ड में रेस पूरी की और पहला स्थान हासिल करते हुए स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया।
इ, प्रतियोगिता का आगाज 26 दिसंबर को हुआ और समापन 30 दिसंबर हुआ। पूरे देश से 32 टीमों ने इसमें हिस्सा लिया। इस बार इस चैंपियनशिप में 1119 खिलाड़ी शामिल हुए। इस वर्ष महिलाओं ने भी भारतीय पुलिस एथलेटिक्स चैंपियनशिप में अपना लोहा मनवाया। इस बार इसमें 275 महिला खिलाड़ी शामिल हुई। भारतीय पुलिस एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पहला स्थान पंजाब को मिला वहीं दूसरे स्थान पर उत्तराखण्ड रहा। उत्तराखंड को 5 गोल्ड ,2 सिल्वर और 1 ब्रॉन्ज मेडल मिला। इस समापन समारोह में सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत भी मौजूद थे। इसके अलावा खेल मंत्री अरविंद पांडे, डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी समेत कई अधिकारियों ने इस समापन समारोह में शिरकत की। इस दौरान सीएम ने विजेता टीम तो ट्रॉफी देकर सम्मानित किया।