नई दिल्ली: अक्सर देखा जाता है कि शरीर के अंग पर गांठ बन जाती है। शुरू में अगर गांठ के विषय में डॉक्टर से सलाह लेना बेहतर है। ये भी सामने आया है कि गांठ गंभीर होने पर कैंस का रूप भी ले लेती है। इसके अलावा टीबी के शुरुआती लक्ष्यण भी गांठ ही हो सकती है। हल्द्वानी साहस क्लीनिक के डॉक्टर एन पांडे ने इस विषय पर होम्योपैथिक इलाज बताया। उन्होंने कहा कि रोगी इस संबंध में तुंरत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। शुरुआत में गांठ दाने के रूप में होती है और धीरे-धीरे उसका आकर बढ़ता है जो खतरनाक है। उन्होंने कहा कि रोगी को इस दौरान खूब पानी पीने की जरूरत है इसे अधिक बाथरूम होगी जिससे पेट साफ रहेगा।
होम्योपैथिक दवाई
- Calcarea Fluronica 1m (4 टेबलेट दिन में तीन बार)
- Aurum Mutriaticum (4 टेबलेट दिन में तीन बार)
- Guatteria Gaumeri ( 20 ड्रॉप दिन में तीन बार)
- Cholesterium 3X (दो टेबलेट दिन में तीन बार)