हल्द्वानी:हड्डी औऱ जोड़ों का दर्द बहुत परेशानी भरा हो सकता है। हड्डी औऱ जोड़ों की बीमारियों से दर्द औऱ चलने-फिरने में परेशानी हो सकती है। इनमें से कुछ समस्याओं के लिए सर्जरी की आवश्यकता होती है। लेकिन अधिकांश समस्याएं दवाओं से ठीक हो जाती हैं। जोड़ों का दर्द उम्र के साथ लोगों को रोग के रूप में परेशान करता है। हल्द्वानी साहस क्लीनिक के डॉक्टर एनसी पांडे ने बताया कि हड्डियों का दर्द और खिंचा-खिंचा महसूस होना-एक या एक से अधिक हड्डियों में दर्द या तकलीफ महसूस होना। हड्डियों का दर्द, जोड़ों के दर्द की तुलना में कम पाया जाता है। हड्डियों के दर्द का कारण स्पष्ट हो सकता है, जैसे-हड्डियां टूटना या अस्पष्ट हो सकता है, जैसे-कैंसर जो हड्डियों में फैल सकता है (मेटास्टासाइजेज)। ज्वाइंट पेन या आर्थ्राल्जिया को एक या अधिक जोड़ों के दर्द के रूप में परिभाषित किया जा सकता है। यह जोड़ों के आस-पास के लिगामेंट, बसाइ या टेंडोंस में से किसी संरचना में चोट के कारण हो सकता है।
जोड़ों के दर्द के कारणः ज्वाइंट पेन या जोड़ों का दर्द चोट या अन्य कारणों से हो सकता है, जैसे-
- अर्थराइटिस-ऑस्टियोअर्थाराइटिस, रयूमेटॉयड अर्थाराइटिस
- एसेप्टिक नेक्रोसिस
- बर्साइटिस
- ऑस्टियोकोंड्राइटिस
- सिकल सेल रोग(सिकल सेल एनीमिया)
- स्टेरॉयड ड्रग विदड्राअल
- कार्टिलेज फटना
- जोड़ों का संक्रमण
- हड्डी टूटना
- मोच
- ट्यूमर
- टेंडिनाइटिस
डॉक्टर एनसी पांडे ने होम्योपैथिक दवाएं बताई जो जोड़े के दर्द की परेशानी को दूर करेगी:
- Polyarthritis 10M (1-1 डोज़ दिन में तीन बार केवल दो दिन के लिए )
- Bio Com 19 (4-4 टेबलेट दिन में तीन बार)
- Adel 4 (20-20 बूंदे दिन में तीन बार आधे कप पानी में मिलाकर)