हल्द्वानी: दक्षिण अफ्रीका में कभी वनडे सीरीज ना जीत पाने के कलंक को मिटाने की जंग में टीम इंडिया को कामयाबी मिली है। भारतीय टीम ने डरबन में खेले गए पहले वनडे में 6 विकेट से मेजबान अफ्रीका को हरा दिया। एक बार फिर भारतीय टीम की जीत के हीरो कप्तान विराट कोहली (112 रन) रहे। कोहली ने अपने वनडे करियर का 33वां शतक जमाते हुए भारतीय टीम को वनडे में अफ्रीका की धरती में 7 साल बाद जीत दिलाई। इससे पहले भारतीय टीम ने साल 2011 में केपटाउन में मेजबान को हराया था। भारतीय टीम की ओर से अजिक्य रहाणे ने एक बार फिर साबित किया की वो टीम के सबसे भरोसेमंद खिलाड़ी है। रहाणे ने वनडे में शानदार फॉर्म जारी रखते हुए 79 रनों की पारी खेली। वनडे में ये उनका लगातार 5वीं फिफ्टी थी। रहाणे और विराट कोहली के बीच 3 विकेट के लिए 189 रनों की साझेदारी हुई। इस जीत के साथ भारतीय टीम 6 मैचो की वनडे सीरीज में 1-0 से आगे हो गई हैं।
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी दक्षिण अफ्रीका की टीम ने निर्धारित 50 ओवर में 269 रन बनाए। दक्षिण अफ्रीका की ओर से कप्तान कप्तान फाफ डु प्लेसिस ने 112 गेंदों में 11 चौके और 2 छक्के की मदद से 120 रनों की पारी खेली, जबकि भारत के लिए कुलदीप यादव ने 34 रन देकर 3 विकेट लिए। चहल के खाते में 2 विकेट गए, वहीं भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह को 1-1 विकेट मिला।
चहल-कुलदीप एक बार फिर चमके
डि कॉक और प्लेसिस के बीच दूसरे विकेट के लिए 53 रनों की साझेदारी हुई। खतरनाक होती क्विंडन डि कॉक और प्लेसिस की जोड़ी को युजवेंद्र चहल ने तोड़ा। उन्होंने क्विंटन डि कॉक (34) को पगबाधा आउट किया। इसके बाद मार्करम और जेपी डुमिनी कुछ खास नहीं कर सके। र्माकरम (9) जहां चहल की बॉल पर पंड्या के हाथों कैच आउट हुए, वहीं डुमिनी (12) को कुलदीप ने बोल्ड किया। नए बल्लेबाज डेविड मिलर ने केदार जाधव को चौका लगाकर खाता खोला, लेकिन सिर्फ 7 रन ही बना सके। उन्हें कुलदीप की बॉल पर विराट ने लपका।
मोरिस और प्लेसिस के शानदार 74 रन
इस दौरान मेहमान टीम के कप्तान प्लेसिस टिककर खेलते रहे और 54 गेंदों में हाफ सेंचुरी पूरी की। मिलर की जगह बैटिंग करने आए क्रिस मोरिस ने अपने कप्तान का बखूबी साथ दिया। इन दोनों ने भारतीय गेंदबाजों को मनचाहे ढंग से शॉट लगाए और छठे विकेट के लिए 74 रन की साझेदारी की। कुलदीप यादव ने मोरिस को आउट किया। उन्होंने 43 गेंदों में 4 चौके और 1 छक्का लगाया। इसके बाद फेहलुकवायो और प्लेसिस ने 56 रनों की साझेदारी की। कप्तान का विकेट अंतिम ओवर में गिरा। उन्हें भुवनेश्वर कुमार ने पंड्या के हाथों कैच आउट कराया। रबाडा 1 रन बनाकर रन आउट हुए, जबकि फेहलुकवायो (33 गेंदों में 1 चौका और 1 छक्का की मदद से 27 रन) नॉट आउट रहे।