हल्द्वानी: जम्मू के के पांपोर से सटे संबूरा (पुलवामा) में आतंक मुठभेड़ में उत्तराखण्ड के लाल ने देश के लिए बलिदान दे दिया। उत्तराखण्ड जिला कर्णप्रयाग के फलोटा गांव का सूरज सिंह तोपाल देश व प्रदेश के लिए एक प्रेरणा बन गया। सूरज की उम्र केवल 25 साल थी। कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच हुई मुठभेड़ में गढ़वाल राइफल के जवान सूरज सिंह तोपाल शहीद हो गए हैं। इस ऑपरेशन में सेना का एक और जवान शहीद हुआ है। जबकि सीआरपीएफ का दो जवान घायल हो गए। पुलवामा के सांबूरा इलाके में इस मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने एक आतंकी को भी मार गिराया है। सूरज नारायण सिंह और विमला देवी का इकलौता बेटा था। इस खबर के सामने आने के बाद पूरे गांव में कोहराम मच गया।
सूरज तोपाल संबूरा में 50 आरआर (मैकेनाईज) में तैनात था और सात वर्ष पूर्व वह सेना में भर्ती हुआ था। शहीद के पिता नारायण सिंह भी सेना में नायब सूबेदार पद से रिटायर्ड हैं। गुरुवार की रात जैसे ही घर में इकलौते पुत्र के शहीद होने की सूचना परिजनों को लगी तो पूरा परिवार व गांव शोक में डूब गया।सूरज चार बहनों के इकलौते भाई थे।श की सरहदों की हिफाजत के लिए शहीद हुए शहीद सूरज सिंह तोपाल को पूरा उत्तराखण्ड नमन कर रहा है। कुछ समय पहले देहरादून के नरेन्द्र सिंह बिष्ट भी कश्मीर में शहीद हो गए थे।
ख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भारतीय सेना के जवान श्री सूरज सिंह तोपाल की शहादत पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत की आत्मा की शांति एवं दुख की इस घडी में उनके परिजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की है। बता दें कि शहीद का शनिवार को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।