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दो दिवसीय विज्ञान सम्मेलन में नैनीताल पहुंचे देश विदेश के वैज्ञानिक


रिपोर्ट नीरज जोशी /दीपक आर्या:भारतीय विज्ञान कांग्रेस एसोसिएशन हरिद्वार भाग का दो दिवसीय विज्ञान सम्मेलन 2017 का आयोजन डायनेस्टी रिसोर्ट खुर्पाताल नैनीताल में प्रारम्भ हुआ। सम्मेलन अक्टूबर 14 व 15 को सम्पन्न किया जाना है। वही सम्मेलन में देश विदेश के 204 वैज्ञानिको द्वारा अपने अपने शोध पत्र मौखिक तथा पोस्टर के माध्यम से प्रस्तुत किये जा रहे है। बता दे सम्मेलन का प्रारम्भ शनिवार को डायन्सटिक रिसोर्ट खुर्पाताल में हुआ। जिसमें हरिद्वार भाग के सयोजक प्रो.आर.डी कौशिक ,गुरुकुल कांगड़ी विश्वविधालय हरिद्वार जानकारी दी।


वही प्रोफे.बी .आर कौशल संकाय अध्य्क्ष विज्ञान ,कुमाऊँ विश्वविद्यालय नैनीताल तथा प्रोफ.एस. पी .एस मेहता ने सभी का स्वागत किया। साथ ही समारोह के मुख्य अतिथि भारतीय विज्ञान कांग्रेस एसोसिएशन के पूर्व अध्य्क्ष प्रोफेसर ऐ. के सक्सेना रहे। उन्होंने अपने संबोधन में भारतीय विज्ञान कांग्रेस एसोसिएसन के इतिहास उसके उद्देश्य और उपलब्धियों  की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया की विज्ञान सम्मेलन का आयोजन प्रत्येक वर्ष जनवरी के प्रथम सप्ताह में होता है। और समय समय पर विज्ञान कांग्रेस महिला वैज्ञानिको तथा विज्ञान के छात्रो के लिए प्रति वर्ष विज्ञान सम्मेलन का आयोजन भी करता है। उन्होंने कहा कि अभी 29 भाग है जो अपने अपने प्रदेश के युवा वैज्ञानिकों के लिए वर्ष में एक बार इस प्रकार के विज्ञान सम्मेलन का आयोजन करते है। जिससे एक हरिद्वार भाग भी है।

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वही समारोह की अध्यक्षता गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफे.सुरेंद्र कुमार ने की।उन्होंने अपने  कहा कि विज्ञान मनुष्य को ज्ञान प्रदान करता है। और हमेशा समाज के विकास में विज्ञान की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। विज्ञान और तकनीकी को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचना ही लोगो का लक्ष्य होना चाहिए। क्योंकि जो व्यक्ति गाँवो से पलायन करने के लिए मजबूर हो रहे है। उन्हें रोक जा सके। उनका कहा इसलिए मनुष्य की मूलभूत आवश्यकताओं के अनुसार शिक्षा स्वास्थ्य परिवहन और संचार जैसे सुविधाओ को विज्ञान एवं तकनीकी के माध्यम से समाज के हर व्यक्ति वर्ग तक पहुंचना समय की आवश्यकता है। साथ ही सभी को सम्मेलन के सफल होने लिए शुंभकामनाये दी।साथ ही सम्मेलन में शोधार्थियो से पूछने पर उन्होंने अपने अनुभव बताये ।

रंजन सिंह ( वनस्पति विज्ञान विभाग) ने बताया की इस  सम्मेलन के माध्यम से देश विदेश के वैज्ञानिकों को सुनने का  मौका मिला और कई नए प्रजाति के पौधों एवम उनसे होने वाले फायदे का भी पता चला।

कंचन (रसायन विज्ञान विभाग) ने बताया की सम्मेलन मैं आये सभी ने हमारा ज्ञान बढ़ाया है जिसमें की रसायनों से प्रगति का रास्ता कैसे पाया जाये ये बताया गया जो भविष्य मैं हमारे काम आएगा।

अनीता राणा ( रसायन विज्ञान विभाग) ने बताया कि विकास के लिए विज्ञान बहुत महत्वपूर्ण है। बिना विज्ञान के विकास संभव नही है। विज्ञान हर क्षेत्र में वृद्धि कर रहा है जो देश के लिए एक सकारात्मक कदम है।

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