नई दिल्ली। भाजपा का साथ छोड़ने के बाद ही अटकले लगाई जा रही थी कि नवजोत सिंह सिद्धू केजरीवाल की आम आदमी पार्टी का दामन थाम सकते है ।राज्यसभा से इस महीने के शुरू में इस्तीफा देने के साथ ही बीजेपी पर उनसे पंजाब से दूर रहने के लिए कहने के लिए निशाना साधने वाले नवजोत सिंह सिद्धू अगस्त के दूसरे सप्ताह में आम आदमी पार्टी में शामिल हो सकते हैं। 52 वर्षीय पूर्व क्रिकेटर सिद्धू बीजेपी में लंबे समय तक रहे।उन्होंने अरोप लगाया है कि पार्टी ने ‘‘निजी हितों’’ की पूर्ति के लिए उन्हें पंजाब से दूर रहने के लिए कहा था।
आप के सूत्रों ने कहा कि सिद्धू अगले महीने पार्टी में औपचारिक रूप से शामिल हो जाएंगे। वह संभवत: अगस्त के दूसरे सप्ताह में पार्टी में शामिल होंगे। पंजाब में अगले वर्ष के विधानसभा चुनाव से पहले वह आप में एक ‘‘स्टार प्रचारक’’ के तौर पर शामिल होंगे।
आप पंजाब में सत्ताधारी बीजेपी-शिरोमणि अकाली दल गठबंधन और कांग्रेस को कड़ी टक्कर दे रही है। वह राज्य चुनाव में अपनी संभावना को मजबूत करने के लिए सिद्धू की लोकप्रियता भुनाना चाहती है।
आप के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राज्यसभा से इस्तीफा देने के सिद्धू के निर्णय का स्वागत किया था और उसे एक ‘‘साहसिक’’ कदम बताया था। केजरीवाल ने उन्हें एक ‘‘अच्छा’’ आदमी भी बताया था. सिद्धू ने यद्यपि अभी तक अपनी योजना का खुलासा नहीं किया है।
इस सप्ताह के शुरू में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान वह इस सवाल को टाल गए थे कि क्या वह आप में शामिल हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि जहां भी पंजाब का हित होगा वह वहां खड़े होंगे।
सिद्धू ने आरोप लगाया है कि ‘‘निजी हितों की पूर्ति’’ के लिए उन्हें पंजाब से दूर रहने के लिए कहा गया था। उन्होंने यह आरोप लगाकर परोक्ष रूप से यह इशारा किया था कि बीजेपी अपनी सहयोगी शिरोमणि अकाली दल के दवाब में काम कर रही है।
सिद्धू अकालियोंे के विरोध में रहे हैं जिन्होंने उन पर ‘‘अवसरवादी’’ होने का आरोप लगाया है। अकाली दल का कहना था कि सिद्धू जैसे ‘‘भगोड़े’’ नेताओं के लिए राज्य की राजनीति में कोई स्थान नहीं और लोग उन्हें सबक सिखाएंगे।यद्यपि बीजेपी का कहना है कि सिद्धू ने अभी तक पार्टी नहीं छोड़ी है।