नई दिल्ली: नारायण सेवा संस्थान, युगांडा की टीम ने युगांडा के स्वास्थ्य मंत्रालय और होइमा रीजनल रेफरल हॉस्पिटल के सहयोग से दिव्यांग लोगों के लिए 13 वें शल्य चिकित्सा शिविर का आयोजन किया। यह शिविर 3 मार्च 2019 को शुरू हुआ और 9 मार्च 2019 को इसका समापन हुआ। इस शिविर के माध्यम से 100 से अधिक बच्चों को सुधारात्मक सर्जरी और ऑपरेशन के बाद की अन्य सहायता प्रदान करने का लक्ष्य रखा गया, ताकि वे बिना किसी शुल्क के विकलांगता के अभिशाप से छुटकारा पा सकें।
वंचित और दिव्यांग लोगों की सहायता के लिहाज से प्लेटफार्म उपलब्ध कराने के लिए नारायण सेवा संस्थान की टीम ने युगांडा के माननीय स्वास्थ्य मंत्री और स्वास्थ्य मंत्रालय के निदेशकों का शुक्रिया अदा किया। साथ ही, टीम ने विभिन्न अस्पतालों, खास तौर पर मुलागो, फोर्टपोर्टल और होइमा अस्पतालों के चिकित्सकों और मेडिकल स्टाफ का भी आभार व्यक्त किया। नारायण सेवा संस्थान की टीम ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय के निरंतर सहयोग और भारतीय समुदाय के दानदाताओं की तरफ से मिले समर्थन की बदौलत वह अपनी सेवाओं को जारी रखना चाहती है, ताकि वंचित वर्ग के अधिक से अधिक ऐसे लोगों को इसका लाभ मिले, जो शल्य चिकित्सा की प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष लागत और उपचार का खर्च उठाने की स्थिति में नहीं हैं।
नारायण सेवा संस्थान ने विभिन्न लोगों और भारतीय मूल के ऐसे संगठनों के प्रति भी आभार प्रकट किया, जिन्होंने मानवता की सेवा से जुडे इस काम में आगे आकर अपना सहयोग दिया और धन तथा अन्य प्रकार से सहायता प्रदान की और जिन्होंने स्वयंसेवक सेवाएं भी उपलब्ध कराई।
संस्थान ने इस 13 वें शिविर के मुख्य प्रायोजक के रूप में डॉट सर्विसेज लिमिटेड के प्रबंधन और टीम के प्रति खास तौर पर आभार व्यक्त किया। ज्योतिका हार्डवेयर ने शिविर के दौरान स्टाफ और रोगियों के लिए भोजन उपलब्ध कराया और सत्य साई ट्रस्ट ने भी शिविर के दौरान हरसंभव सहयोग दिया, जिसके लिए भी नारायण सेवा संस्थान ने अपना आभार व्यक्त किया है। सत्य साई ट्रस्ट ने 12 वें शिविर के दौरान भी पूरा समर्थन दिया था।
नारायण सेवा संस्थान, युगांडा ने जुलाई, 2016 में अपनी स्थापना के बाद से दानदाताओं के सहयोग से अब तक 1000 से अधिक दिव्यांग लोगों की जिंदगी में बदलाव लाने का प्रयास किया है। संस्थान ने इन लोगों को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई है, वो भी एकदम निशुल्क। संस्थान का ध्येय वाक्य है- ‘मानवता की सेवा ही ईश्वर की सेवा है‘ और संस्थान की टीम इस दर्शन में मजबूती से यकीन करती है।
नारायण सेवा संस्थान, युगांडा ने 2016 में समाज सेवा का काम शुरू किया था और संस्थान ने युगांडा के जरूरतमंद दिव्यांग लोगों की सहायता के लिए उन्हें शल्य चिकित्सा सुविधा के साथ व्हील चेयर, ट्राईसाइकिल, सीपी चेयर, आर्टिफिशियल लिम और अन्य सहायक उपकरण भी उपलब्ध कराए हैं। नारायण सेवा संस्थान, युगांडा का संचालन भारतीय मूल के समान विचारधारा वाले लोगों द्वारा दिव्यांग लोगों को निशुल्क उपचार प्रदान करने और उनके पुनर्वास की दिशा में प्रयास करने के उद्देश्य से किया जा रहा है। नारायण सेवा संस्थान, युगांडा एक सामाजिक सेवा संगठन के रूप में नारायण सेवा संस्थान, उदयपुर से प्रेरणा हासिल करता है, जिसका संचालन डॉ. कैलाश मानव और डॉ. प्रशांत अग्रवाल के कुशल नेतृत्व में किया जा रहा है। एनएसएस युगांडा भी आवश्यक क्षमता का निर्माण करने के लिए काम कर रहा है, ताकि युगांडा मेडिकल टीम और युगांडा के तकनीशियनों द्वारा स्थानीय बुनियादी सुविधाओं के साथ युगांडा में चिकित्सा सेवा प्रदान की जा सके।