हल्द्वानी: साल की शुरुआत में पहाड़ के लोगों को बर्फबारी का इंतजार रहता है। नए साल में पड़ने वाली छुट्टी के लिए लोग पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी का आन्नद लेने के लिए आते है। कुमाऊं में नैनीताल पर्यटकों की पहली पसंद रहता है। सरोवर नगरी से सटी ऊंची चोटियों पर रविवार को मौसम की पहली बर्फबारी से सैलानियों के चेहरे खिल गए, वहीं शाम को हल्द्वानी में ठंड भी अधिक रही।
मौसम विभाग की जानकारी के बाद लोगों ने पहाड़ी इलाकों की तरफ रुख करना शुरू कर दिया था। रविवार को अधिक समय आसमान में बादल छाए रहने से हिमपात की उम्मीद बंधी हुई थी। शाम चार बजे बाद नगर में बूंदाबांदी शुरू हो गई। जबकि ऊंची चोटियों पर हिमकण गिरने लगे, जो टिक नही पाए। इसके बाद नगर से छह किमी दूर हिमालय दर्शन में बर्फ जमनी शुरू हो गई। वहां पहुंचे सैलानियों ने बर्फबारी में खूब मस्ती की। जीआइसी मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार नैनीताल में अधिकतम तापमान 10 व उंचाई वाले क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस रहा।
बर्फबारी से पर्यटकों और व्यवसायियों के चेहरे भी खिल गए हैं। मसूरी के पास धनोल्टी और सुरकंडा में भी दोपहर बाद बर्फबारी हुई। बारिश के बाद मसूरी में भी हिमपात के आसार हैं। बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के साथ ही उच्च हिमालयी क्षेत्रों में रुक-रुक कर हिमपात होता रहा। उत्तरकाशी में गंगा और यमुना घाटी के क्षेत्र बर्फ से पट चुके हैं। भारी बर्फबारी के कारण गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे बंद हैं। दो दर्जन गांवों की आवाजाही ठप है।