Editorial

नॉथन लियोन की आधी में उड़ा भारतीय बल्लेबाजी क्रम, पहले दिन से दिखाई देने लगी है हार……………


नई दिल्ली– बेंगलुरू के चिन्नास्वामी मैदान में जब टीम इंडिया ने कदम रखा तो हजारों क्रिकेट फैंस को दमदार खेल की उम्मीद थी लेकिन हुआ उसके उलट। भारतीय टीम के अतिविश्वास से लबरेज बल्लेबाजी क्रम ने नॉथन लियोन को शेन वार्न बना दिया। टॉस भारत ने जीता और पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। टॉस के अलावा कुछ भी भारत के पक्ष में नही गया। हालात ये हो गए है कि पहले दिन से भारत की हार नज़र आने लगी है। 2011 के बाद भारतीय टीम में जगह बना रहे अभिनव मुकुंद ने साबित किया की वो टीम में बने रहने के हकदार नही है। अभिनव शून्य पर पवेलियन लौटे। उसके बाद बल्लेबाजी करने आए चेतेश्वर पुजारा ने केएल राहुल के साथ 61 रनों की साझेदारी तो की लेकिन उसका इस्तेमाल टीम को नही दिला सके। पुजारा 17 रन बनाकर लियोन का शिकार हुए। विराट कोहली शानदार फॉर्म में है ये इसलिए केवल 2-3 पारी खराब होने से उनके फार्म पर सवाल नही उठाया जा सकता है। लेकिन विराट को रिव्यू लेना किसी को हजम नही हुआ। इतना बड़ा खिलाड़ी ऐसी गलती कैसे कर सकता है। उत्सुकता में विराट ने कई बार रिव्यू लिए है जो बेकार गए है।  विराट 12 रन बनाकर लियोन का शिकार हुए। चौथे नंबर पर आया भारत का वो बल्लेबाज जिसकों दुनिया के कोने-कोने में रन बनाने की आदात सी थी लेकिन उन्हें भी लियोन ने अपने जाल में फंसा लिया। रहाणे कुछ देर तक विकेट पर तो रहे लेकिन ऐसा कभी नही लगा कि वो सहज है । रहाणे ने 17 रनों का योगदान दिया। वही दूसरी तरफ केएल राहुल अकेले कंगारूओं का सामने कर रहे थे। लेकिन दूसरी और से भारतीय बल्लेबाज लियोन की आधी में उड़ रहे थे। करूण नायर 26,अश्विन 7, साह 1,जडे़जा 3 और इशांत शून्य पर आउट हुए। दूसरी ओर से साथ नही मिल पाने के कारण राहुल भी गलत शॉट खेलकर 90रनों पर लियोन का शिकार हुए।  ऑस्ट्रेलिया की ओर से गेंदबाजी में नाथन लियोन ने 8 विकेट लिए । वही स्टार्क और ओकीफ को 1-1 विकेट मिला। भारत की पूरी टीम 189 रनों पर ढेर हो गई। सीरीज की पिछली तीन पारियों में भारत 200 रन भी नही बना पाया।

 

क्या नॉथन लियोन और ओकिफ भारत के रविचंद्रन अश्विन और रवीद्र जड़ेजा से बेहतर है? 10 बार में 9 बार आपको नही सुनाई देगा लेकिन क्रिकेट में खिलाड़ी का नाम नही प्रदर्शन बोलता है। 2014 एडिलेड टेस्ट में भी भारत ने लियोन को अपने सिर पर चढ़ने का मौका दिया था। लियोन ने उस मैच की पहली पारी में 5 और दूसरी में 7 विकेट लिए थे। एक वक्त पर भारत को जीत के लिए  122 रन चाहिए थे और उसके 8 विकेट बचे थे। लेकिन लियोन को हल्के में लेना मैच अपने साथ ले गया। भारत 364 रनों का लक्ष्य चेज़ कर रहा था और 48 रनों से हरा। भारत ने जब-जब विदेशी स्पिनरों को हल्के में लिया है उसे मुंह की खानी पड़ी है। पहले मैच में ओ किफ भी इसी का उदाहरण है। दुनिया का बेहतरीन बल्लेबाजी क्रम दो ऐसे गेंदबाजों के आगे घुटने टेक रहा है जो डरते हुए भारत आए थे। नॉथन लियोन ने 65 टेस्ट मैचों में 241 विकेट लिए है। वही स्टीव ओ किफ ने 7 मैचों में 29  विकेट लिए है। अश्विन और जड़ेजा के आंकडे दिखाना अन्याय होगा क्योकि ऑस्ट्रेलियाई स्पिनरों की तुलना में दोनों ने एशिया में ज्यादा खेला है। लेकिन ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का भारतीयों पर भारी होने सभी को सकते में डाल रहा है। 2012-2013 इंग्लैंड दौरे में भी भारत ने अंग्रेजों को हल्के में लिया था और सीरीज 2-0 से हारनी पड़ी थी।ऐसा ही कुछ इस सीरीज देखने को मिल रहा है।

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बेगलुरू टेस्ट में भारत केवल 189 रनों पर ढेर हो गया और जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने 40 रन बना लिए है।  क्रिकेट पंडितों की माने तो भारत के लिए इस मैच में कुछ नही रहा है क्योकि टीम की शारीरिक भाषा गिर चुकी है । भारत ने अगर दूसरे दिन के पहले घंटे में कुछ कामल कर दिया तो उसके सीरीज में बने रहने का मौका है, नही तो सीरीज के साथ विराट की साख भी दांव पर लगती दिख रही है। जडे़जा( 122) और अश्विन(261) ने कुल 383 विकेट लिए है। और दूसरे दिन इन दोनों को दिखाना होगा कि इन्हें क्यों दुनिया की नंबर एक जोड़ी कहा जाता है।

 

बेंगलुरू के चिन्नास्वामी स्टेडियम में लियोन ने रचा इतिहास-

  • लियोन ने  50 रनों पर 8 विकेट लेकर भारतीय पारी को 189 पर समेट दिया। यह किसी भी विदेशी गेंदबाज का भारत में टेस्ट पारी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इससे पहले यह रिकॉर्ड द. अफ्रीका के लांस क्लूजनर के नाम पर था, जिन्होंने 1996 में कोलकाता में भारत के खिलाफ 64 रनों पर 8 विकेट लिए थे।
  • यह बेंगलुरू के चिन्नास्वामी स्टेडियम में किसी भी गेंदबाज का टेस्ट पारी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। उन्होंने मनिंदर सिंह के रिकॉर्ड को ध्वस्त किया। मनिंदर ने 1987 में पाकिस्तान के खिलाफ यहां 27 रनों पर 7 विकेट लिए थे।
  • लियोन भारत में किसी टेस्ट मैच के पहले दिन 8 विकेट लेने वाले पहले विदेशी गेंदबाज बन गए। अब तक ‍यह रिकॉर्ड वेस्टइंडीज के एंडी रॉबर्ट्‍स के नाम दर्ज था जिन्होंने 1975 में चेन्नई में भारत के खिलाफ 64 रनों पर 7 विकेट लिए थे।

 

 

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