देहरादून: 21वीं सदी यूं तो क्रांति की सदी है लेकिन इस के आलावा यह प्रतिस्पर्धा की सदी बनती जा रही है। हर माँ बाप का सपना होता है की उनका बच्चा पढाई में अच्छा करे लेकिन प्रतिस्पर्धा की इस दौड़ में माता-पिता अंधे हो जाते हैं और बच्चों की इच्छा के खिलाफ उन्हें पढाई के लिेए बाध्य करते हैं । जिससे दबाव में आकर बच्चे गलत कदम उठा लेते हैं ।
उत्तराखण्ड में पढ़ाई की बोझ से परेशान एमबीबीएस की एक छात्रा ने कल रात खुदकुशी कर ली। पौड़ी जनपद के श्रीनगर थाना के प्रभारी नरेंद्र सिंह बिष्ट ने दूरभाष पर बताया कि चन्द्र सिंह मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस तृतीय वर्ष की 22 वर्षीय छात्रा शिवानी बंसल ने आत्महत्या कर ली। वह 2013 बेच की छात्रा थी। उन्होंने बताया कि शिवानी कॉलेज परिसर में बने गल्र्स हॉस्टल में पंखे से फांसी लगाकर खुदकुशी की। उन्होंने कहा कि कल रात 12.30 बजे शिवानी की खुदकुशी की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंचे और हॉस्टल का दरवाजा तोड़कर उसके शव को अपने कब्जे में लिया।
उन्होंने बताया कि शिवानी उधमसिंह नगर जिले के जसपुर निवासी हरीश बंसल की बेटी थी और क्रिकेटर बनना चाहती थी, लेकिन परिजनों ने उसे एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए श्रीनगर के वीर चन्द्र सिंह मेडिकल कॉलेज भेज दिया था। पुलिस ने मौके से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया, जिसमें शिवानी ने अपने घरवालों के लिए लिखा था ‘मेरी मौत से परेशान मत होना ये फैसला मैंने खुद लिया है। मेरी मौत का जिम्मेदार कोई नहीं है। बस मेडिकल की पढ़ाई से तंग होकर मैंने यह कदम उठाया। शिवानी के परिजनों का कहना है कि किसी ने आत्महत्या के लिए उसे उकसाया है। वह एक वर्ष परीक्षा में फेल होने से कुछ समय से परेशान थी। परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने धारा 306 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। फिलहाल पुलिस जांच में जुटी हुई है।