नई दिल्ली। रियो ओलंपिक में भारतीय जिम्नास्ट दीपा करमाकर ने इतिहास रच दिया। दीपा ने बिना कोई पदक जीते भारत को गौरवान्वित किया। जिम्नास्ट में भारत के लिए पहली बार ओलंपिक में भाग ले रही दीपा भले ही पदक से चूक गई हो लेकिन उनके शानदार प्रदर्शन ने दुनिया का दिल जीत लिया है। वहीं दीपा ने देशवासियों को पदक ना ला पाने के लिए माफी भी मांगी। दीपा ने ट्वीट कर 1.3 अरब भारतीयों को सॉरी बोल है। उन्होंने आगे लिखा मैं इसे संभव नहीं कर सकी। लेकिन इसके लिए मैंने अपनी ओर से कठिन प्रयास किया। यदि संभव हो तो माफ कर देना।
वहीं दीपा के पिता दुलाल करमाकर को अपनी बेटी पर बहुत गर्व है, उन्होंने कहा कि दीपा 2020 तोक्यो ओलंपिक में बेहतर और इससे मजबूत प्रदर्शन करेगी। दुलाल ने कहा कि मैं उसकी उपलब्धियों पर काफी गर्व महसूस कर रहा हूं। मैं बिलकुल भी दुखी नहीं हूं। यह उसका पहला ओलंपिक था। अगली बार जब जापान में ओलंपिक होगा तो वह इससे बेहतर प्रदर्शन करेगी और देश के लिये पदक लायेगी।
उन्होंने कहा कि दीपा के प्रदर्शन ने हर किसी का ध्यान अपनी ओर खींचा है। अगले ओलंपिक में अभी चार साल है।वह कड़ा अभ्यास करेगी और आसानी से पदक लायेगी। वह अब सिर्फ त्रिपुरा की लड़की नहीं है बल्कि पूरे देश की बेटी है।