नई दिल्ली: आईपीएल के सीजन-11 का शानदार तरीके से आगमन हुआ है। अब तक खेले गए तीन मैच में बल्लेबाजों ने सभी का खूब मनोरंजन किया। इस लिस्ट में उत्तराखण्ड के ऋषभ पंत भी शामिल है। ऋषभ ने पंजाब के खिलाफ मात्र 13 गेंदों में 28 रनों की पारी खेली। इस पारी में पंत ने 4 चौके और एक छक्का लगाया। इस बीच उनका स्ट्राइक रेट 215 से अधिक रहा। पंत क्रिकेट जगत में अपनी तूफानी बल्लेबाजी से पहचान बना रहे है। सैयद मुश्ताक ट्रॉफी और विजय हजारे में भी उन्होंने तूफानी बल्लेबाजी ने विपक्षी गेंदबाजों की बोलती बंद कर दी थी। इस बीच उन्होंने 32 गेंदों में सेचुरी भी पूरी की दी जो भारतीय क्रिकेट इतिहास में सबसे कम गेंदों में शतक बनाने का रिकॉर्ड है। पंत को दिल्ली की टीम ने 15 करोड़ देकर रिटेन किया है।
पंत को हमेशा से धोनी का उत्तधिकारी कहा जाता है। उन्होंने कई बार अपने आप को मिली इस टैग को सही भी साबित किया है लेकिन अभी वो युवा है धोनी के मुकाम तक पहुंचने के लिए उन्हें काफी मेहनत करने की जरूरत है। पंत ये बात अच्छी तरीके से समझते है। पिछले साल भी उन्होंने गुजरात के खिलाफ 97 रनों की पारी खेलकर लोगों का ध्यान अपनी ओर खीजा था। पंत के इस प्रदर्शन से कप्तान गंभीर संतुष्ट है लेकिन उन्हें अपने इस खिलाड़ी से प्रतियोगिता में ऐसी बल्लेबाजी की जरूर है। दिल्ली की पहचान आईपीएल इतिहास की सबसे कमजोर टीमों में होती है और अगर उसे इस सीजन में कुछ करना है तो पंत को अपनी बल्लेबाजी में निखार लाना होगा।
दिल्ली को एक बार फिर अपने सीजन की शुरुआत हार से करनी पड़ी। कप्तान गौतम गंभीर ने टीम के लिए पहले मैच में 51 रनों की पारी जरूर खेली लेकिन पंजाब के केएल राहुल ने दिल्ली की लय बिगाड़ दी। उन्होंने मात्र 16 गेंदों में 51 रनों की पारी खेली। राहुल ने 14 गेंदों में अपनी फिफ्टी पूरी की जो की आईपीएल क्रिकेट इतिहास का सबसे तेज अर्द्शतक है। दिल्ली की टीम को 6 विकेट से हार का सामना करना पड़ा।