नई दिल्ली: आईपीएल शुरू हुए केवल एक हफ्ता हुआ है। फैंस को हर मैच में पैसा वसूल मैच देखने को मिले है। लेकिन एक ऐसी टीम है जो अपने प्रदर्शन नहीं बल्कि अपने खिलाड़ियों के कारण परेशानी झेल रही है। हम बात कर रहे केकेआर की जिसने उस गेंदबाज को खोया है जो भारतीय क्रिकेट की एक बड़ी खोज माना जा रहा था। टीम इंडिया अंडर-19 विश्वकप दिलाने में उसकी भूमिका इतिहास के सुनहरे पन्नों में दर्ज हो चुकी है। हम बात कर रहे है तेज गेंदबाज कमलेश नगरकोटी की। कमलेश को आईपीएल निलामी में केकेआर ने 3.2 करोड़ रुपये लगाए थे। अब टीम गेंदबाजों के अकाल से जूझ रही है। KKR ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क को टिबियल बोन में चोट के चलते पहले ही गंवा चुकी है। इसके अलावा मुख्य गेंदबाज मिशेल जॉनसन को चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ पिछले मैच में खिंचाव के चलते बाहर बैठना पड़ा। गेंदबाजों की चोट ने दो बार की टूर्नामेंट विजेता टीम की चिंता बढ़ा दी है।
बताया जा रहा है कि आईपीएल शुरू होने से पहले ही कमलेश चोटिल हो गए थे। उन्होंने इस बारे में मैनेजमेंट को बता दिया था। कमलेश की जगह केकेआर ने कर्नाटक के 18 वर्षीय तेज गेंदबाज प्रदीश कृष्णा को दी है। KKR के मैनेजमेंट ने दो प्रैक्टिस मैचों के बाद उन्हें टीम में जगह दी। कृष्णा ने कर्नाटक के लिए 2015 में डेब्यू किया था। मैसूर में बांग्लादेश ए के खिलाफ मैच में उन्होंने 5 विकेट झटके थे। हालांकि यह कर्नाटक के लिए उनका एकमात्र प्रथम श्रेणी मैच है। कृष्णा ने 19 लिस्ट ए मैच खेले हैं जिनमें उन्होंने 33 विकेट्स लिए हैं। वह हालिया सैयद अली मुश्ताक अली ट्रॉफी में भी कर्नाटक की टीम का हिस्सा थे। कृष्णा, नागरकोटी की तरह तेज नहीं है लेकिन उनकी लंबाई और स्टंप्स पर निशाना लगाने की काबिलियत उन्हें बेहतर गेंदबाज बनाती है।
कमलेश के टीम से बाहर होने के बाद उत्तराखण्ड के क्रिकेट फैंस निराश है। कमलेश ने अंडर-19 विश्वकप में शानदार खेल दिखाया जिसकी बदौलत वो भारतीय क्रिकेट का युवा चेहरा बनकर उभरें, हर क्रिकेट एक्सपर्ट और क्रिकेट विशेषज्ञ ने उनकी तारीफ की और उन्हें भारतीय क्रिकेट के लिए एक एडिट बताया।