भवाली:नीरज जोशी: फरशोली में साल 1971 में श्रीमती माधवी ल्वेशाली द्वारा 258 नाली जमीन भवाली नगर पालिका को दान दी गयी। उनका उद्देश्य था शिक्षा व रोजगार के माध्यम से गाँव का भविष्य बन सके । लेकिन हुआ उसके विपरीत । इस 258 नाली जमीन को किसी एक उद्देश्य से नहीं बल्कि उद्योग लगाने की प्रयोगशाला बना दिया गया। यह जमीन एक के बाद एक विभागों को हस्तांतरित होती चली गई। मगर जिन उद्देश्यों के लिए जमीन दान दी गई थी वह आज 46 साल बाद भी पूरा नहीं हो पाया है।
बता दे साल 2015 में भी इस जमीन पर वाइनरी प्लांट लगाने की बात सरकार कर रही थी। लेकिन ग्रामीणो जनता के आंदोलन प्रदर्शन के आगे सरकार को झुकना ही पड़ा। लेकिन अब फिर से सरकार इस भूमि में वाइनरी खोलने की तैयारी कर रही है। स्थानीय जनता ने एक बार फिर अपना विरोध दिखाना शुरू कर दिया है। आम जनता का कहना है शिक्षा के लिए दान दी गयी जमीन में किसी भी हालात में वाइनरी नही खोलने दी जायेगी चाहे इसके लिए कितना भी बड़ा आंदोलन न करना पड़े। गाँव के पूर्व प्रधान संजय भगत नगारी ने कहा कि इस जमीन में अब मंडी समिति की और से वाइनरी खोलने की तैयारी है आम जनता इस वाइनरी को खोलने के खिलाफ आंदोलन तक के लिए तैयार है।