नई दिल्ली :भारत और वेस्टइंडीज के बीच टी-20 सीरीज का आगाज शानदार तरीके से हुआ। फ्लोरिडा में खेले गए पहले टी-20 मुकाबले में वेस्टइंडीज ने भारत को 1 रन से हरा दिया। इस मैच में वो सब देखने को मिला जिसकी कोई कल्पना भी नही कर सकता है। इस मैच में कई रिकॉर्ड बने। शायद तभी क्रिकेट को अनिश्चिताओं का खेल कहा जाता है। ये मैच भारतीय फैंस के लिए काफी अहम था। पहला टीम इंडिया पहली बार अमेरिका में खेल रही थी और दूसरा भारतीय टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की क्रिकेट मैदान में वापसी। वेस्टइंडीज का टेस्ट सीरीज में प्रदर्शन लचर रहा था लेकिन कैरिबीआई टीम इस मैच में बिल्कुल अलग ही अंदाज में उतरी थी। पारी की वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों ने पारी की पहली बॉल से भारतीय गेंदबाजों को दिन में तारे दिखा दिए। वेस्टइंडीज की पारी में कुल 21 छक्के लगे और ये उनके दबदबे का प्रमाण देता है। पहले बल्लेबाजी करने उतरी वेस्टइंडीज की शुरूआत शानदार रही। जॉनसन चार्ल्स और लेविस ने भारतीय गेंदबाजों की खबर लेते हुए पहले विकेट के लिए 126 रन जोड़े। वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों ने पहले 10 ओवर में 132 रन ठोक दिए जो टी-20 इतिहास में सबसे अधिक है। जॉनसन चार्ल्स ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए 6 चौके और 7 छक्कों की मदद से 79 रन बनाए। वही उनके साथी लेविस ने अपनी दूसरे टी-20 मैच में 9 छक्कों और 5 चौके की मदद से 100 रन बनाए। लेविस ने स्टुअर्ट बिन्नी के एक ही ओवर में 5 छक्के जड़े। बिन्नी के इस ओवर में 32 रन आए जो टी-20 इतिहास का दूसरा सबसे महंगा ओवर रहा। ओपनर्स के आउट होने के बाद वेस्टइंडीज के रन बनाने की रफ्तार थोड़ी कम हुई। और जो स्कोर 300 के आसपास लग रहा था वो 245 पर रुक गया। वेस्टइंडीज की ओर से रसेल 22, कीरोन पोलार्ड 22. ब्रेथवेड 14, ब्रावों 1 और सैमुअल्स ने एक रन का योगदान दिया। गेदबाजी में भारत की ओर से सबसे ज्यादा दो विकेट बुमराह और जडेजा ने लिए। वही शमी को एक विकेट मिला।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया की शुरूआत अच्छी नही रही और अजिंक्य रहाणे 7 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। रहाणे के आउट के होने के मैदान में उतरे विराट कोहली अच्छे टच में नजर आए लेकिन वो भी 16 रन बनाकर वापस लौट गए। भारतीय टीम के 48 रनों पर दो विकेट गिरने के बाद ऐसा लगा कि टीम लक्ष्य के आसपास भी नज़र नही आएगी। लेकिन रोहित और राहुल ने कुछ ओर ही सोचा था। दोनो ने वेस्टइंडीज के गेदबाजों की खबर लेना शुरू कर दिया। रोहित ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए 62 रन बनाए दोनो ने तीसरे विकेट के लिए 89 रन जोड़कर टीम की मैच में वापसी करा दी। रोहित के आउट होने के बाद राहुल की बल्लेबाजी में कोई फर्क नही पड़ा। चौथे विकेट के लिए कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के साथ मिलकर 104 रन जोड़ डाले। राहुल ने टी-20 इतिहास का दूसरा सबसे तेज शतक जमाया। बता दे टी-20 में सबसे तेज़ का रिकॉर्ड न्यूजीलैंड के रिचर्ड लिवी के नाम है। लिवी ने 45 गेंदों में शतक जड़ा था।
अंतिम दो ओवर में मुकाबला भारत क पक्ष में जाता दिख रहा था। भारत को अंतिम ओवर में जीत के मात्र 8 रन चाहिए थे। धोनी और राहुल की मौजूदगी भारत की जीत पक्की मान रही थी। लेकिन ड्वेन ब्रावों को कुछ अनोखा ही करना था। पहली गेद में सैमुल्स ने धोनी का आसान कैच छोड़ दिया। वेस्टइंडीज के खिलाड़ी हताश नज़र आने लगे। ब्रावों ने हार नही मानी और मुकाबलों को अंतिम गेद पर ले आए। भारत को जीत के अंतिम गेंद पर 2 रनों की जरूरत थी और स्ट्राइक में धोनी थे। धोनी ने कई मौकों पर टीम इंडिया को अंतिम गेंद पर जीत दिलाई है तो भारतीय फैंस अपनी टीम की जीत पक्की समझ रहे थे। लेकिन ब्रावों की स्लों गेंद ने धोनी को चक्मा दे दिया और वो सैमुल्स को कैच थमा बैठे और मुकाबला एक रन से वेस्टइंडीज के पक्ष में रहा। वेस्टइंडीज की टीम ने एक बार फिर साबित कर दिया कि क्यों टी-20 में वो अव्वल दर्जे की टीम है।इस जीत के साथ वेस्टइंडीज दो मैचों के सीरीज में 1-0 से आगे है। दूसरा मुकाबला 27 अगस्त को खेला जाएगा। भारतीय टीम की कोशिश रहेगी कि इस हार से उभरकर दूसरा टी-20 जीत सीरीज हार से बचे।