हल्द्वानी:मां का आंचल हर बच्चे के लिए अमृत जैसा होता है। जब यह आंचल दूर होता है तो बच्चा रोने लगता है। सोलाह दिन पहले एक नन्ही सी जान को दुनिया में लाने वाली मां ने अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। मामला शीशमहल का है जहां महिला गुंजन ने कल दोपहर करीब दो बजे घर मे पंखे से लटककर खुदकुशी कर ली। गुंजन के इस कदम से पूरा परिवार सकते में है। मृतक का पति गोपाल कैंटरिंग का काम करता है। जिस वक्त यह घटना हुई उस वक्त वो घर में नहीं था। परिवार वालों की सूचना मिलने के बाद काठगोदाम पुलिस मौके पर पहुंची। घटना की जानकारी लेने के बाद पुलिस टीम शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।गुंजन और गोपाल ने 5 साल पहले शादी की थी।सूचना मिलने पर पुलिस टीम फौरन शीशमहल पहुंची। काठगोदाम के दारोगा के साथ एक महिला कांस्टेबल भी थी। महिला कांस्टेबल के एक कदम ने पूरे शहर को भावुक कर दिया। पुलिस जांच के दौरान 16 दिन का मासूम रो रहा था। भगवान ने उसे जीवन तो दे दिया लेकिन उसकी मां को उससे दूर होना पड़ा। पुलिस टीम के साथ पूछताछ कर रही कांस्टेबल देवकी ने नवजात को गोद में उठाकर सीने से लगा लिया। उन्होंने इस अबोध मासूम को अपना दूध पिलाकर उसकी भूख को शांत किया। भूख शांत हुई तो बच्चा इस मां को एकटक निहारने लगा। पति गोपाल मूल रूप से बनबसा का रहने वाला है और शुक्रवार को वह काम से पीलीभीत गया था। गुंजन ने 7 सितंबर को ही बच्चे को जन्म दिया था। फिलहाल पुलिस परिवार वालों से पूछताछ कर रही है लेकिन आत्महत्या का कारण सामने नहीं आ पाया है।