हल्द्वानी: मनुष्य जीवन में बीमारी के श्राप जैसा शब्द है। जो शरीर के अलावा आर्थिक स्थिति को भी नुकसान पहुंचाती है।हल्द्वानी साहस होम्यो क्लीनिक के डॉक्टर एन.सी पाण्डे ने बताया कि मौजूदा भागदौड़ और कशमकश भरी जिंदगी में पता ही नहीं चलता की तनाव कब हम पर हावी हो जाता है। तनाव के लक्षण और कारण को पहचान कर तथा उसके अनुसार कुछ परिवर्तन लाकर इससे होने वाले नुकसान से बचा जा सकता है। आज के युग में तनाव का मनुष्य से चोली-दामन का रिश्ता है, आज के समय में तनाव किसको नहीं है, लेकिन इसे पालने के बजाय इसे दूर करना ही इससे छुटकारा पाने का सबसे सरल उपाय है।लंबे समय तक स्ट्रेस बने रहने पर कई प्रकार की शारीरिक और मानसिक परेशानियां पैदा हो सकती है। टेंशन से होने वाली बीमारियां जल्द ही आपको जकड़ लेती है। इन हालात में शरीर के प्रत्येक अंग को नुकसान पहुंच सकता है। ये मानसिक तनाव के लक्षण भी है। यदि आप भी कुछ ऐसा महसूस करते हों तो देखना चाहिए कही टेंशन के कारण तो ऐसा नहीं हो रहा है।
डॉक्टर एन.सी पाण्डे ने बताया कि मानसिक बीमारी से दूर रहने के लिए हमें ज्यादा-ज्यादा किताबे फड़ने चाहिए। जिससे की टेंशन की ओर हमारा ध्यान ही ना जाए। उन्होंने मासनिक रोग से लड़ने के लिए कुछ होम्योपैथिक दवाएं बताई-
- Acidum Phodphorous 30CH ( दो-दो बूंदे दिन में तीन बार )
- Adel 19 ( 20-20 बूंदे दिन में तीन बार )
- 5 Phos 6X ( 4-4 बूंदे दिन में तीन बार)