लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजनीति में कुछ भी हो सकता है। पहले सपा परिवार में चली लड़ाई ने हलचल मचाई अब चुनाव से पहले गठबंधन की हवा चलने लगी है। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनावों से पहले महागठबंधन की कोशिशें तेज़ होती जा रही हैं। मोदी सरकार को रोकने के लिए विपक्ष अपनी रणनीति तैयार करने लग गया है। मंगलवार को कांग्रेस के चुनाव प्रबंधक प्रशांत किशोर ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव से मुलाकात की। माना जा रहा है कि यह बातचीत गठबंधन के व्यापक दायरे के मद्देनजर ही हो रही है। बता दें कि इससे पहले प्रशांत किशोर समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव से भी मुलाकात कर चुके हैं। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस के कुछ आला नेताओं ने भी इस बात की पुष्टि की है कि उनकी पार्टी किसी जड़ता की शिकार नहीं है और अगर एक स्वस्थ गठबंधन बनने की स्थिति राज्य में पैदा होती है तो वो उसपर विचार कर सकते हैं। हालांकि प्रशांत किशोर या कांग्रेस पार्टी की ओर से अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि वो महागठबंधन के लिए ही मिल रहे हैं। लेकिन दोनों ने ही इसकी संभावना से इनकार भी नहीं किया है। ऐसा माना जा रहा है कि सीटों के बंटवारे से लेकर प्रचार के बाकी पहलुओं पर कोई शुरुआती सहमति बनने के बाद ही किसी तरह की घोषणा की जा सकती है।