News मेरी होशियारियाँ By Haldwani Live News Desk Posted on 07/01/2017 Share Tweet Share Email Comments कई बार सोचा तेरी खामोशियों का जवाब मैं , भी खामोशियों से दे दूँ जुबां पे ताला हाथों में बंदिशें और पैरों में बेड़ियां डाल लूँ पर अगले ही पल कोई सदा सी आती है जो मेरी इन सभी होशियारियों पर भारी पड़ जाती है Related Items:जवाब, जुबां, बंदिशें, सदा Share Tweet Share