News

मेरी होशियारियाँ

Ad

कई बार सोचा
तेरी खामोशियों
का जवाब
मैं , भी
खामोशियों
से दे दूँ

जुबां पे ताला
हाथों में बंदिशें
और पैरों में
बेड़ियां
डाल लूँ

पर अगले ही
पल कोई
सदा सी आती है

जो मेरी इन
सभी होशियारियों
पर भारी
पड़ जाती है

Ad
To Top