नई दिल्ली: 10 मार्च 2018
भारत और विश्व क्रिकेट के सबसे बड़े बल्लेबाज विराट कोहली को लेकर भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व मुख्य चयनकर्ता दिलीप वेंगसरकर ने बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने विराट के चयन पर बड़ा बयान दिया है, जिसमें उन्होंने कहा भारत के उस वक्त के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और कोच गैरी कर्सटन विराट के चयन के खिलाफ थे। धोनी विराट की जगह पर एस बद्रीनाथ को टीम में रखना चाहते थे। एस बद्रीनाथ धोनी की अगवाई वाली आईपीएल टीम चिन्नई के खिलाड़ी थे। साल 2008 में श्रीलंका के दौरे पर जहां चयनकर्ता विराट कोहली को ले जाना चाहते थे तो वहीं धोनी ने विराट कोहली को टीम में चुनने के लिए आनाकानी की।
विराट के चयन पर दिलीप का ये था नजरिया
विराट कोहली के चयन करने पर दिलीप ने कहा कि वो कोहली को काफी लंबे वक्त से देख रहे थे। कोहली की कप्तानी में भारतीय अंडर-19 टीम ने विश्वकप जीता तो मुझे और मेरे अन्य साथियों को लगा कि ये खिलाड़ी टीम में होना चाहिए।“मैं और मेरे साथी चयनकर्ता चार देशों की नेशनल इमर्जिंग प्लेयर ट्रॉफी में भारत ए की टीम के लिए अंडर-23 खिलाड़ियों के चयन का फैसला किया। “मैंने उन्हें इस टूर्नामेंट के लिए चुन लिया और उन्हें देखने के लिए ब्रिस्बेन चला गया। उस समय उन्होंने ओपनिंग की थी और न्यूजीलैंड के खिलाफ 123 रन की पारी खेली उनकी टीम (न्यूजीलैंड) में कई सारे टेस्ट खिलाड़ी थे। मैंने उन्हें बल्लेबाजी करते देखा और सोचा इन्हें भारतीय टीम में चुना जाना चाहिए। मुझे लगा वो तैयार हैं।”
जब भारतीय टीम 2008 के श्रीलंका दौरे के लिए जा रही थी तो हम कोहली को टीम में रखने के पक्ष में थे। वही धोनी और कोच का कहना था कि उन्होंने विराट को खेलते हुए नहीं देखा है और इसलिए वो उन्हें टीम में रखने के पक्ष में नहीं थे।इसके बाद आखिर विराट कोहली को उस वनडे सीरीज के लिए भारतीय टीम में चुना गया। पहले ही वनडे मैच में विराट कोहली 12 रन ही बना सके लेकिन इस सीरीज के चौथे वनडे मैच में उन्होंने शानदार पचासा जड़ अपने चयन को सही साबित किया।
विराट के चयन के कारण गई दिलीप वेंगसरकर की कुर्सी
विराट के चयन होने के कारण दिलीप वेंगसरकर का करियर चयनकर्ता के रूप में खत्म हो गया।वेंगसरकर ने दावा किया कि 2008 में घरेलू क्रिकेट के बड़े खिलाड़ी तमिलनाडु के एस बद्रीनाथ की जगह कोहली का चयन करने कारण उन्हें राष्ट्रीय चयन समिति के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया। उन्होंने इसके लिए बीसीसीआई के तत्कालीन सचिव एन श्रीनिवासन को जिम्मेदार बताया। एन श्रीनिवासन चाहते थे कि चिन्नई की ओर से आईपीएल खेलने वाले बद्रीनाथ को कोहली से पहले टीम में जगह दी जाए।वेंगसरकर ने दावा किया, श्रीनिवासन ने बद्रीनाथ का पक्ष लेते हुए कहा कि उन्होंने तमिलनाडु के लिए 800 से ज्यादा रन बनाए हैं, जिस पर मैंने जवाब दिया कि उन्हें भी मौका मिलेगा। श्रीनिवासन ने फिर गुस्से में कहा कि बद्रीनाथ 29 साल के है, उन्हें कब मौका मिलेगा? जिस पर मेरा जवाब था कि जब भी मौका आएगा।
वेंगसरकर ने कहा कि इसके बाद उन्हें मुख्य चयनकर्ता से हटा दिया गया और श्रीनिवासन के चहेते क्रिस श्रीकांत को मुख्य चयनकर्ता बना दिया गया। उन्होंने कहा, श्रीनिवासन ने फिर श्रीकांत को चयन समिति का अध्यक्ष बना दिया।