नई दिल्ली । देश की आजादी के लिए अपनी जान की कुर्बानी देने वाले शहीद भगत सिंह को आज पूरा देश याद कर रहा है। अगर आप किसी युवा से एक क्रांतिकारी का नाम पूछेंगे तो सबसे पहला शब्द भगत सिंह का ही रहता है। देश के युवा वीर ने जो काम 23 साल की उम्र में कर दिखाया वो करने में लोगों को पूरी उम्र लग जाती है। देश के वीर के जन्म दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शहीद भगत सिंह को श्रद्धाजंलि दी ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि साहसी शहीद भगत सिंह की जयंती पर मैं उनको नमन करता हूं। अपनी बहादूरी से उन्होंने भारत के इतिहास पर एक अमिट छाप छोड़ी है। पीएम मोदी कई बार अपने भाषणाों में भगत सिंह का नाम ले चुके है। पीएम अक्सर युवाओं को प्रेरित करने के लिए भगत का उदाहरण पेश करते रहते है।
क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह का जन्म 28 सितंबर, 1907 को ब्रिटिश भारत के पंजाब प्रांत के लायलपुर जिले (अब पाकिस्तान) के एक सिख परिवार में हुआ था। उनके परिवार को देशभक्त होने के कारण ब्रिटिश राज के उस दौर में बागी माना जाता था। उन्हे 23 साल की उम्र में 23 मार्च,1931 में लाहौर की जेल में राजगुरू और सुखदेव के साथ फांसी दे दी गई थी।