देहरादून: अगर आप देहरादून आए है और सीपीयू के बारे में आपको पता ना चल पाए ये शायद ही होता है। सीपीयू की कार्यशैली से लोग खासा प्रसन्न रहते हैं। वो शहर में आने वाले अपने परिचितो को इनके बारे में जरूर बताते हैं। कई बार सीपीयू के बारे में बताया जाता है और कई बार सीपीयू का चालान उनका इन्ट्रोडक्शन देता है। थाईलैंड से देहरादून आए भारतीय राजदूत के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ।
उन्होंने अपनी कार नो पार्किंग ज़ोन में खड़ी की थी और सीपीयू ने अपना वहां पर चालान सीलिप चिस्पा दी। राजदूर की नज़र जब चालान पर पड़ी तो उन्होंने सादगी का परिचय देते हुए ट्रैफिक ऑफिस पहुंचकर चालान का भुगतान किया। राजदूत के अपने कर्तव्य का पालन किए जाने की लोगों ने सराहना की है।
भारतीय राजदूत भगवंत बिश्नोई बृहस्पतिवार दोपहर करीब एक बजे निजी कार्य से कोतवाली क्षेत्र में आए थे। वह नौ पार्किंग में अपनी कार खड़ी कर अंदर चले गए। इसी बीच सीपीयू ने उनकी कार पर चालान चस्पा कर दिया।
वापस आकर चालान देखा तो राजदूत बिश्नोई ट्रैफिक आफिस पहुंच गए। जहां पुलिस अधीक्षक यातायात लोकेश्वर सिंह से मिलकर चालान भुगतने को कहा। राजदूत ने बताया कि उन्हें नो पार्किंग की जानकारी नहीं थी, इसलिए वहां कार खड़ी कर गए थे। इसके बाद ट्रैफिक पुलिस ने चालान के भुगतान की विधिवत कार्यवाही पूरी की।
भगवंत विश्नोई 1983 बैच के भारतीय विदेश सेवा (आईएफ एस) अधिकारी हैं। वह पूर्व में कई देशों में राजदूत रह चुके हैं। सम्मानित पद पर रहते हुए स्वयं यातायात कार्यालय पहुंचकर चालान का भुगतान करना उनके व्यक्तित्व को प्रदर्शित करता है। उनकी वहां मौजूद सभी पुलिसकर्मियों ने सराहना की।
यह पहला मौका नहीं है जब सीपीयू ने किसी बड़े अधिकारी का चालान काटा हो। इससे पहले डीजीपी अनिल रतुड़ी का भी सीपीयू चालान काट चुकी हैं। उस वक्त भी सीपीयू की कार्यशैली और डीजीपी की सादगी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी।