नई दिल्ली: छेड़छाड़ से परेशान बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी की छात्राओं पर शनिवार को लाठीचार्ज की गई। बेरहम प्रशासन ने छात्राओं को हॉस्टल में घुसकर पीटा। लाठियों औऱ गोलियों का इस्तेमाल किया गया। जबकि छात्राएं अपने लिए सुरक्षा ही मांग रही थी। अब पूरा देश पीएम नरेंद्र मोदी से प्रश्न कर रहा है कि क्या आप इसी तरह से बेटियों को आगें बढ़ाने की बात कर रहे हैं। क्या उन्हें अपनी सुरक्षा के लिए आवाज उठाने का अधिकार भी नहीं है।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी दौरे से एक दिन पहले बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) परिसर में गुरुवार (21 सितंबर) को एक छात्रा से छेड़छाड़ के बाद यहां छात्राओं में जबरदस्त आक्रोश है। आरोप है कि गुरुवार शाम छह बजे तीन युवकों ने छात्रा से छेड़छाड़ और उत्पीड़न किया। पीड़िता आर्ट्स प्रथम वर्ष की छात्रा है। घटना के बाद छात्र-छात्राओं ने प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और नाराजगी दिखाई। छात्र-छात्राएं प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं और विश्वविद्यालय के कुलपति से मामले में अपना पक्ष रखने को कहा है।
वहीं छात्राओं ने मामले में लिखित शिकायत भी की है। जो पत्र वायरल हो गया है। चीफ प्रोटेक्टर को लिखे पत्र में कहा गया है, ‘छात्राओं को आए दिन अनेक सुरक्षा संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। छात्रावास आने-जाने का मार्ग भी सुरक्षित नहीं है। आए दिन छेड़खानी होती रहती हैं। यहां तक अंतर्राष्ट्रीय छात्राओं को भी ऐसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। लड़के छात्रावास के बाहर आकर आपत्तिजनक हरकतें करते हैं। वो हस्तमैथुन करते हैं। पत्थर फेंकते हैं। छात्राओं के खिलाफ आपत्तिनजक शब्द बोलते हुए निकलते हैं। हालांकि, प्रमाणिकता की पुष्टि नहीं हो पाई है।बीएचयू की अन्य छात्रा का आरोप है कि यहां छात्राओं को सुरक्षा पर कोई ध्यान नही देता है। यहां उत्पीड़न बहुत ही आम बात है। आमतौर पर छात्राओं को रोज ऐसी परिशानियों से गुजरना पड़ता है। इस वजह से बहुत सी छात्राएं पढ़ाई पूरी करने से पहली ही जा चुकी हैं।