गाँधी जी के
गोलमेज सम्मेलन सी
देखो आभासी दुनिया
भी गोल !!!!
फेसबुक पर हुआ
प्रथम मिलन
लाइक ,कमेंट्स, शेअर
में फिर उलझा मन
इनबॉक्स में बातें
हुईं शुरू
किसी की सीमित
किसी की
बढ़-चढ़ कर खूब
फेसबुक पर ही
मचला मन
आदान-प्रदान किया
मोबाईल नंबर
वॉट्सअप ,स्काइप
इंस्टाग्राम ,विडिओ कॉलिंग
हुई बेहिसाब
अब कुछ करने को
बचा न शेष !
बंद हुए
कमेंट्स, शेअर
घंटों की चैटिंग
रह गई अब
भूले-भटके की
पोस्ट, उसपर
बेमन से ,एक
क्लिक किया
लाइक का बटन ।