रांची। शॉन मार्श (53) और पीटर हैंडस्कांब (72*) की शानदार अर्धशतकीय पारियों की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने भारत के खिलाफ खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच को ड्रॉ करवा दिया।
ऑस्ट्रेलिया ने मैच के पांचवें दिन 6 विकेट पर 204 रन बनाते हुए जबरदस्त संघर्ष किया। शॉन मार्श और पीटर हैंडस्कांब ने पांचवें विकेट के लिए 124 रन की साझेदारी कर अपनी टीम को हार से बचाया। ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 451 रन बनाए थे।
इसके जवाब में भारत ने चेतेश्वर पुजारा के दोहरे शतक और रिद्धमान साहा की शतकीय पारी की बदौलत पहली पारी में 603 रन बनाए थे। चार मैचों की टेस्ट सीरीज में दोनों टीमें 1-1 की बराबरी पर है। मैच में दोहरा शतक लगाने वाले चेतेश्वर पुजारा को ‘मैन ऑफ द मैच’ के पुरस्कार से नवाज़ा गया।
ऑस्ट्रेलिया ने मैच के अंतिम दिन डटकर बल्लेबाजी करते हुए दूसरे और तीसरे सत्र में एक भी विकेट नहीं गंवाया जबकि सुबह के सत्र में दो विकेट गिरे। मार्श और हैंडस्कांब ने संभलकर खेलते हुए भारत की जीत की उम्मीदों पर पानी फेरा। हैंडस्कांब ने 200 गेंद में नाबाद 72 रन बनाए जबकि मार्श ने 197 गेंद में 53 रन जोड़े।
लंच से पहले ऑस्ट्रेलिया ने दो विकेट जल्दी गंवा दिए थे। उस समय ऑस्ट्रेलिया भारत के पहली पारी के स्कोर से 69 रन पीछे था। रवीन्द्र जडेजा ने स्टीव स्मिथ का कीमती विकेट लिया, लेकिन इसके आगे वे कोई कमाल नहीं कर सके।
तेज गेंदबाजों को नाकाम होते देख विराट कोहली ने लंच के बाद 11वें ओवर में जडेजा को फिर गेंद सौंपी। भारत ने 50वें से 53वें ओवर के बीच लगातार मैडन ओवर डाले, लेकिन ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज इससे बेपरवाह दिखे चूंकि उनका लक्ष्य विकेट बचाना था न कि रन बनाना।
भारत ने 47वें ओवर में हैंडस्कांब के खिलाफ रिव्यू का इस्तेमाल किया। उस समय ऐसा लगा कि करूण नायर ने शार्ट लेग पर उनका कैच लपक लिया है हालांकि अंपायर ने बल्लेबाज के पक्ष में फैसला दिया।
सुबह डेढ घंटे तक स्मिथ और सलामी बल्लेबाज मेट रेनशॉ ने धीमी बल्लेबाजी की। भारत ने इसके बाद कंगारुओं से लगातार दो झटके दिए। जडेजा ने स्मिथ 21 को पवेलियन भेजा और ईशांत शर्मा ने 29वें ओवर में भारत को सफलता दिलाई।