हल्द्वानी:मुखानी स्थित गत्ता फैक्ट्री के टैंक में युवती का शव मिलने से हड़कंप मच गया है। कुछ देर बाद कर्मचारियों की नजर जब टैंक पर पड़ी तो उनके पैरों से जमीन ही खिसक गई। युवती को सेंट्रल हॉस्पिटल ले जाया गया लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
मामला मुखानी में पनियाली स्थित बजूनिया हल्दू निवासी दिनेश सुयाल की गत्ता फैक्ट्री का है।कठघरिया डिफेंस कॉलोनी निवासी और एमबीपीजी कॉलेज में एमए की छात्रा ज्योति पाठक(24) पुत्री परमानंद पाठक इस फैक्ट्री में तीन साल से नौकरी कर रही थी। वह पैकिंग विभाग में थी। फैक्ट्री के कर्मचारियों के अनुसार टैंक से सटे बाथरूम तक जाने के दौरान ज्योति फिसलकर टैंक में जा गिरी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजवाया जहां परिवार ने इसे हत्या करार देकऱ जांच की मांग की है।पुलिस के अनुसार पोस्टमार्टम रिपोर्ट के सामने आने के बाद ही मौत की असल वजह सामने आ पाएगी।
बताया जा रहा है कि घटना दिन के वक्त हुई। ज्योति पाठक दोपहर करीब ढाई बजे टॉइलेट जाने की बात बोलकर ऑफिस रूम से गई। काफी देर तक वापस ना आने पर साथी कर्मचारी देखने गए तो ज्योती 8 फिट पानी के खुले टैंक पर गिरी हुई थी। फोरमैन ने साथियों को आवाज लगाई तो सब दौड़कर पहुंच गए। इसके बाद उसे बाहर निकाला गया और कर्मचारी सेंट्रल अस्पताल लेकर गए लेकिन वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
थानाध्यक्ष कमाल हसन ने बताया कि फैक्ट्री मालिक की लापरवाही साफ नजर आ रही है। ये हादसा मौत है या हत्या पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही स्थितियां स्पष्ट होंगी। उन्होंने कहा कि परिजनों ने अब तक तहरीर नहीं दी है। हालांकि फैक्ट्री के कर्मचारियों का कहना है कि युवती पैर फिसलने के कारण टैंक में गिरी है। युवती का एक बड़ा भाई है और तीन बहनें हैं। शौचालय के पास टैंक का खुला रहना खतरनाक है। वहां फिर कभी हादसा हो सकता है। इस मामले में फैक्ट्री मालिक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जांच पूरी होने तक फैक्ट्री मालिक दिनेश सुयाल को फैक्ट्री बंद रखने के आदेश दिए गए हैं।
central hospital, death, death body, died, gattha factory, haldwani, jyoti pathak, mukhani haldwani, police, postmortem, water tank