हल्द्वानी- 8 नवंबर को 500-1000 के नोट बंद होने के बाद से शहर के बैंक और एटीएम के बाहर मानों पूरा शहर खड़ा था। अब हालात थोड़े ठीक हुए है लेकिन लोगों ने बैंकों पर खुले पैसे एटीएम में उपलब्ध नही होनों का आरोप लगाया है। शहर के अधिकतर एटीएमों के दरवाजे बंद है जो खुले वहां केवल 2000 के नए नोट ही मिल रहे है। ग्राहकों के अनुसार बड़े नोट खुले कराने में भी दिक्कते सामने आ रही है। अल्मोड़ा से अपने पिताजी का इलाज कराने आए दीपक पांडे ने कहा कि अधिकतर एटीएम बंद है जो खुले वहा केवल बड़े नोट है। खुले कराने में दिक्कत आ रही है। उन्होंने कहा कि वो पेटीएम और कार्ड की मदद से अपना काम कर रहे है। दीपक ने कहा कि सब्जी वाले और छोटी दुकान वाले को 2000 के नोट के खुले नही कर सकते है। पुराने नोट अस्पताल वालों ने मंजूर किए नही तो हालात गंभीर हो सकते थे। नोटबंदी पर दीपक ने कहा कि ये कदम साहसी है पर इसमें कई खामियां है। हम अपने पीएम के साथ है लेकिन जो लोग इस फैसले का समर्थन करते हुए इससे जियो सिम और रियालिटी शो की लाइन से तुलना कर रहे है वो गलत है। दीपक ने कहा कि जियो सिम और रियालिटी शो में लोगों के पास विकल्प होता है लेकिन नोटबंदी हर किसी पर लागू हुई है।
बरेली रोड स्थित एसबीआई एटीएम में पैसे निकाले को खड़े पीयूष वर्मा ने कहा कि नोटबंदी के बाद से काफी परेशानी हो रही है। उन्होंने कहा कि रोज ऑफिस जाना होता है लेकिन उसके लिए खुले नही होते । उन्होंने नोटबंदी के फैसला का समर्थन किया और कहा कि मैं चाहता हूं एटीएम में छोटे नोट भी मौजूद कराए जाए।