- सर्किट हाउस स्टाफ ने नहीं दिया कमरा
- अपने चुनाव मैदान पर उतरने के फैसले को बताया गलत
हल्द्वानी: नीरज जोशी: उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को चुनाव में मिली पराजय के बाद सब कुछ बदल गया है। विधानसभा चुनाव में मिली हार का कारण कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय और हरीश रावत की जोड़ी पर लगया। अपने के विरोध से गुजर रहे हरीश रावत के साथ हल्द्वानी स्थित सर्किट हाउस में हुई घटना ने सभी को चौका दिया। हरीश रावत शुक्रवार को भवाली से हल्द्वानी मीटिंग करने के लिए पहुंचे। मीटिंग समाप्त होने के बाद उन्हें सर्किट हाउस के स्टाफ ने कक्ष देने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि सर्किट हाउस में कोई रूम खाली नहीं है। सर्किट हाउस के स्टाफ का है कहना है कि पहले से राज्य मंत्री धन सिंह रावत और अजय भट्ट के लिए कमरे थे बुक लेकिन पूर्व सीएम के स्टाफ का है कहना सर्किट हाउस में पहले से बुक कराया था । उन्होंने कक्ष ना मिलने की घटना की निंदा की है। बता दे कि सर्किट हाउस की व्यवस्था की जिम्मेदारी राज्य संपति विभाग होती है।इस पर पूर्व सीएम के साथ मौजूद प्रदेश महामंत्री खजान पांडेय ने सर्किट हाउस इंचार्ज से इसकी शिकायत की लेकिन फिर भी हरीश रावत जी को कक्ष नहीं मिल पाया। कक्ष ना मिलने के बाद पूर्व सीएम होटल चले गए ।
इसके अलावा शनिवार को पूर्व सीएम ने हार के बाद हल्द्वानी में पत्रकारों से बात की। सर्किट हाउस में व्यवस्थित कमरा न मिलने से आहत होकर एक निजी होटल में ठहरे हरीश रावत ने शनिवार को स्वराज आश्रम में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। पार्टी को मिली पर जवाब देते हुए पूर्व सीएम ने कहा कि मैने चुनाव लड़कर गलती की ।मुझे या प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय दोनों में से किसी एक को ही चुनाव लड़ना चाहिए था। इसके साथ ही उन्होंने भाजपा सरकार पर निशाना साधा । उन्होंने कहा कि कांग्रेस द्वारा दी जाने वाली सस्ती बिजली , सस्ता पानी , अनाज और चीनी भी भाजपा के आते ही महंगी हो गई। उन्होंने कहा कि भाजपा ने जनता के साथ विश्वासघात किया है और 2019 लोकसभा चुनाव में मोदी सरकार को इसका फल मिलेगा। श्री रावत के साथ नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा ह्रदयेश, जिला अध्यक्ष सतीश नैनवाल, प्रदेश सचिव ललित जोशी, प्रदेश महासचिव खजान पांडेय, प्रयागदत्त भट्ट, मोहन पाठक, शहर अध्यक्ष राहुल छिमवाल मौजूद थे।