हल्द्वानी– सुबह साढ़े पांच बजे बेरीपड़ाव रेलवे फाटक में दिल्ली-काठगोदाम एक्सप्रेस की चपेट में आने से 10 गायों की मौत हो गई। घटना की जानकारी गेटमेन प्रेम सिंह ने स्टेशन मास्टर लालकुआं को सूचना दी। जिसके बाद एसएसई रेलवे नीरज कुमार टीम ने साथ मौके पर पहुंचे और रेलवे ट्रैक को साफ करवाया। घटना की सूचना पर मलने पर पहुंचे लालकुआं कोतवाल उमेद सिंह दानू, हल्दूचौड़ चौकी प्रभारी देवेंद्र सिंह बिष्ट और ग्रामीणों ने जेसीबी से गायों को घटनास्थल से उठाकर समीप के जंगल में पूरे विधि विधान से दफनाया।
इस घटना पर ग्राम प्रधान संजय राणा का कहना था कि विगत एक वर्ष पूर्व आरओ वन विभाग चंदन सिंह अधिकारी को आवारा गायों के विषय में अवगत कराया था कि जंगल के समीप उनके लिए पानी की उचित व्यवस्था की जाए लेकिन कोई उचित कदम नही उठाया गया और ये दर्दनाक हादसा हो गया। उन्होंने लगातार हो रही इस तरह की घटना के पीछे वन विभाग को जिम्मेदार ठहराया। मामले में गौर सेवक विजय खोलिया का कहना है कि वन विभाग के अधिकारियों को घटना की सूचना दी गई थी। लेकिन उनका कहना था कि ये मामला हमारे स्तर का नहीं है, हम इसमें कुछ नहीं कर सकते हैं।
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