हल्द्वानी:18वां कारगिल विजय दिवस पूरे अकीदत के साथ जिले भर में मनाया गया। मुख्य समारोह नगर निगम सभागार में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मेयर डा0 जोगेन्द्र पाल सिह रौतेला, जिला पंचायत अध्यक्ष सुमित्रा प्रसाद, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जन्मेजय खंडूरी एवं अपर जिलाधिकारी हरवीर सिह ने कारगिल युद्ध में जिले के शहीद वीरों के चित्रों पर पुष्पचक्र एवं पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हे श्रद्धांजलि दी। इस अवसर स्कूली छात्र छात्राओं द्वारा देश भक्ति पर आधारित गीत भी प्रस्तुत किये। कारगिल युद्ध पर डाक्यूमैंट्री फिल्म भी प्रदर्शित की गयी।
कार्यक्रम में शहीदो की वीरांगनाओं व परिजनो एवं जाबांज सैनिकों को शाल उठाकर सम्मानित किया गया, जिनमें शहीद नायक मोहन की माता जीवन्ती देवी, वीरांगना उमादेवी, शहीद लांसनायक चन्दन सिह की विरांगना अनिता कुमारी, लांस नायक रामप्रसाद ध्यानी के पुत्र अजय ध्यानी, मोहन चन्द्र जोशी के बडे भाई गणेश जोशी, मोहन सिह की विरांगना जानकी देवी सहित विरांगना नन्दी देवी, धर्मादेवी, वीर सैनिक गंगा सिह, अमर बहादुर पाल, गोपाल सिह, कैलाश चन्द्र व प्रकाश जोशी को शाल ओढाकर सम्मानित किया गया।
अपने सम्बोधन में मेयर डा. जोगेन्द्र पाल सिह रौतेला ने कहा कि कि भारतीय इतिहास का यह वो महत्वपूर्ण दिन है जिस दिन हमारे देश के महान वीर सपूतांे ने हंसते-हंसते मातृभूमि की रक्षा करते हुये अपने प्राणो का बलिदान देकर 26 जुलाई 1999 को कश्मीर के कारगिल जिले मे पाकिस्तानी घुसपैठियों को खदेडा था। भारतीय सेना ने आपरेशन विजय संचालित कर आज से 18 वर्ष पूर्व ये महान उपलब्धि हासिल की थी। कारगिल युद्ध में हमारे लगभग 526 वीर योद्धा शहीद हुये थे।
रौतेला जी ने कहा कि इस पूरे युद्व मे उत्तराखण्ड के 75 जवान शहीद हुये थे। जिसमें से जनपद नैनीताल के पांच वीर जवानो ने कारगिल युद्व मे अपने प्राणों की आहुति देकर देश का मान बढाया। उन्होने कहा कि पूर्व सैनिको तथा शहीद हुये सैनिको के परिवारो ंकी समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर निराकरण किया जायेगा।
अपने सम्बोधन में अध्यक्ष जिला पंचायत सुमित्रा प्रसाद ने शहीदो को नमन करते हुए कहा कि हमें वीरों की शहादत पर गर्व है। उनकी बलिदानी की बदौलत ही हम शान्ति एवं अमन चैन से जीवन जी रहे हैं। उन्होनें कहा कि उत्तराखण्ड के सैनिकों का इतिहास शौर्य पराक्रम रहा है। इससे प्रदेश का ही नहीं अपितु देश का नाम भी विश्व में ऊंचा उठा है। सम्बोधित करते हुये वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जन्मेजय खंडूरी ने कहा कि उत्तराखण्ड वीरो की धरती है। लगभग प्रत्येक परिवार से एक व्यक्ति सेना में है। कुमायू एवं गढवाल रेजीमैन्ट के वीर सेनानी हमारे गर्व के प्रतीक है। भारतीय सेना के बलिदान एवं उनकी सेवाओं को कभी भुलाया नही जा सकता। आज, ‘कारगिल विजय दिवस-शौर्य दिवस’, कारगिल युद्ध के सभी नायकों, वीर शहीदों तथा देश की सीमा की सुरक्षा के लिए सदैव तत्पर रहने वाले भारतीय सेना के सभी अंगों के पराक्रमी जवानों के प्रति श्रद्धा, आभार, गर्व और सम्मान की अभिव्यक्ति के साथ उन्हें स्मरण करने का एक विशेष अवसर है। हमारे देश की अखण्डता और सम्प्रभुता को अक्षुण्ण रखने में भारतीय सैनिकों के शौर्य, पराक्रम और साहस की अहम भूमिका है, वे देश का अभिमान हैं।
इस अवसर पर आयोजित निबन्ध प्रतियोगिता मे जीजीआईसी हल्द्वानी की प्रतिभा पूरी प्रथम, एचएन के हिमांशु द्वितीय व जीजीआईसी धौलाखेडा की दीप मेहरा तृतीय स्थान पर रही। कार्यक्रम में सेनि. जनरल इन्द्रजीत सिंह वोरा, कर्नल दर्शनसिह कार्की, कर्नल डीएस बसेडा, एचएस बिष्ट, एम एस चैहान, जिलाध्यक्ष प्रदीप विष्ट, सिटी मजिस्टेट पंकज उपाध्याय, उपजिलाधिकारी एपी बाजपेयी, अपर पुलिस अधीक्षक अमित श्रीवास्तव, उप नगर आयुक्त नीरज जोशी, कैप्टन डीएस खर्कवाल, सुरेन्द्र सिह रौतेला, दीप चन्द पाण्डे, कैलाश भटट, शंकरसिह विष्ट, नरेन्द्र सिह बोरा ने भी श्रद्धासुमन अर्पित किये। कार्यक्रम में बडी संख्या मे भूतपूर्व सैनिक उनके परिजन एवं गणमान्य नागरिक मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन जिला सैनिक कल्याण अधिकारी बीएस रौतेला द्वारा किया गया।