हल्द्वानी- शहर में गौला खुलने का इंतजार हो रहा है और एक बार फिर गौला में खनन खुलने को लेकर नई तारीख आ गई है । ढाई महीने में ये सातवां मौका है जब है, जब वन निगम ने गौला नदी का गेट खोलने की तारीख आगे बढ़ाई है। बार-बार नई तारीख आने से गौला में खनन से जुड़े करीब 20 हजार से ज्यादा मजदूर, सात हजार डंपर स्वामियों और चालकों की परेशानी बढ़ रही है। खनन नहीं खुलने के खिलाफ इंदिरानगर गेट पर खनन कारोबारियों और श्रमिकों ने वन निगम का पुतला फूंका ।
इंदिरानगर गेट पर सोमवार को जुटे खनन कारोबारियों के अनुसार वन निगम लगातार तारीख आगे बढ़ा रहा है। गौला नहीं खुलने से उनके सामने रोजगार का संकट आ गया है। उन्होंने कहा कि क्रशर व्यापारियों को लाभ पहुंचाने के लिए लगातार तारीखें आगे बढ़ाई जा रही है। लोगों ने इंदिरानगर गेट पर वन निगम का पुतला दहन कर विरोध जताया। उन्होंने बताया कि अब 23 दिसंबर तक गौला नहीं खुली तो वह आंदोलन के जिम्मेदार होगें। वहीं नया बहानावन निगम का कहना है कि खनन विभाग की तकनीकी दिक्कत से जमा चालान की रकम, जो करीब एक करोड़ रुपए है, अब तक ई-रवन्ना सिस्टम में अपडेट नहीं हो पाई है। बिना ई-रवन्ना सिस्टम चालू कराए गेटों पर खनन संभव नहीं है। तकनीकी दिक्कत के चलते बंद सात गेट खोलने की तारीख 23 दिसंबर तक बढ़ा दी गई है।क्रशर लॉबी के इंतजार में बंद गेटखनन कारोबारियों का आरोप है कि गेट खोलने में हो रही देरी की मुख्य वजह वन निगम अफसरों पर क्रशर संचालक लॉबी का दबाव है। खनन कारोबारियों के बीच चर्चा है कि चुनाव में ज्यादा चंदा नहीं देना पड़े, इसके लिए क्रशर लॉबी गौला के गेट अभी बंद रखना चाहती है। सभी को इंतजार है कि जल्द चुनाव आचार संहिता लागू हो जाए ताकि राजनीतिक दबाव खत्म हो।
कब कब बढ़ी तारीख
पहले 15 नवंबर दूसरी 28 नवंबर तीसरी 1 दिसंबर चौथी 9 दिसंबर पांचवी 15 दिसंबर चार गेट खुले छठी 19 दिसंबर, सातवीं 23 दिसंबर
एचडी हर्बोला, डीएलएम गौलाई-रवन्ना सिस्टम अपडेट नहीं होने से गेट नहीं खुल पाए हैं। प्रयास है कि जल्द सभी गेट शुरू कराए जाएं। गेट बंद होने से वन निगम को भी नुकसान उठाना पड़ रहा है।