देहरादून। आज उत्तराखण्ड का स्थापना दिवस है। 9 नवम्बर 2000 को उत्तर प्रदेश से अलग हुए उत्तराखंड को बनाने का मकसद पिछड़े पहाड़ी इलाकों को विकसित करने की थी। उत्तराखण्ड को उत्तर प्रदेश से अलग हुए 16 साल लग गए है। लंबी लड़ाई के बाद राज्य का गठन तो हुआ लेकिन अभी भी यहां को लोग मुख्य सुविधाओं से दूर है। प्रदेश में होने को कई राजनीतिक दल है और सत्ता भी अलग-अलग तरीके से ही पार्टियों के हाथ लगी है लेकिन जनता के लिए सुविधा का पिटारा अभी भी नही खुला है। बिजली, पानी, सड़क, रोजगार जैसी समस्याएं भी सामने खड़ी है। राज्य के गठन के बाद से 13 बार चुनाव हुए है लेकिन इन 16 सालों में आठ बार मुख्यमंत्री बदल चुके हैं और इस कारण से राज्य को कभी स्थिरता ही नही मिली।
उत्तराखंड के गठन के 16 साल पूरे होने पर राज्य के लोगों के लिए एक अच्छी खबर भी है। जल्द ही राज्य में हेलीकॉप्टर और छोटी विमान सेवा शुरू की जाएगी। उड्डयन विकास प्राधिकरण बोर्ड ने इस फैसले पर मुहर लगा दी है। यानी पहाड़ और मैदान की दूरी कुछ कम हो जाएगी। स्थापना दिवस के मौके पर राज्य में कई जगहों पर जलसों और कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। इस अवसर में प्रदेश के कई जगहों पर कार्यक्रम का आयोजन हुआ है ।