हल्द्वानी: आजकल कई लोग कमर दर्द को लेकर शिकायत करते है। इसे उन्हें काफी परेशानी भी होती है। साहस होम्योपैथिक क्लीनिक के डॉक्टर एनसी पांडे ने बताया कि कमर दर्द का मुख्य कारण गलत ढंग से बैठना, गलत ढंग से खड़े होना, गलत ढंग से सोना, गलत ढंग से झुककर सामान उठाना, बढ़ता हुआ मोटापा या गलत ढंग से आसन व्यायाम करना है, जिससे कमर की गुरियों में निकटता या दूरी हो जाती है अथवा वहां की निकलने वाली मांसपेशियों की नाड़ियों में सूजन आ जाती है।
बहुत-से लोग बहुत ही नरम बिस्तर पर सोने के कारण इस दर्द के चंगुल में फंस जाते हैं, क्योंकि जब रात में नरम बिस्तर के कारण मांसपेशियां आराम करने लगती हैं, तब हड्डियों का सहारा न मिल पाने के कारण दर्द की शुरुआत हो जाती है। इसी प्रकार नरम बिस्तर के विपरीत कठोर बिस्तर या फर्श पर सोने से भी यही हाल हो सकता है।
कमर दर्द अन्य रोगों का लक्षण भी हो सकता है। जैसे-रीढ़ की हड्डी में विषमता, स्लिप डिस्क, हड्डियों में उम्र के साथ-साथ कैल्शियम, फॉस्फोरस आदि खनिजों की कमी के कारण कमजोरी आ जाना, बच्चों में कैल्शियम की कमी एवं वृद्धों में गठिया (संधिवात या जोड़ों की सूजन) आदि होने पर यह दर्द प्रारम्भ हो सकता है। एंकिलोसिस स्पोंडिलाइटिस (एक प्रकार की गठिया), हड्डी का टूटना या घिसना, हड्डी का कैंसर या टी.बी.रोग का विकसित होना आदि भी कमर दर्द के अन्य कारण हैं। इसके अतिरिक्त यह भी ध्यान रखना आवश्यक है कि शक्ति से अधिक, आगे-पीछे, दाएं-बाएं होने वाले आसन एवं व्यायाम के अभ्यास से भी कमर दर्द हो सकता है अथवा झटके के साथ आसन अथवा व्यायाम करने पर भी कमर दर्द हो सकता है। साहस होम्योपैथिक क्लीनिक के डॉक्टर एनसी पांडे कमर दर्द की शिकायत को दूर करने के लिए होम्योपैथिक दवा बताई।
- Arnica Montana 200 CH (5 बूंदे सुबह शाम)
- Blooume 3 (20-20 बूंदे दिन में तीना बार)
- Magnesia Phosphorica 6X (4-4 टेबलेट दिन में तीन बार)