हल्द्वानी: गौलापार के सौरभ और देहरादून के तनुज सहित भारत के कुल 16 नागरिक इस समय दूसरे देश में मुसीबत में हैं। उन्हें अफ्रीकी देश गिनी ने तेल की चोरी का आरोप लगाकर कैद कर लिया है। गिनी में भारत के 26 नाविक 14 अगस्त से फंसे हुए हैं। मध्य अफ्रीका के पश्चिमी तट पर स्थित एक्वाटोरियल गिनी देश में भारतीय शिप के 26 मेंबर के क्रू में से 16 को गैगकानूनी तरीके से बंधक बनाया गया है।
बता दें कि ओएसएम फ्लीट मैनेजमेंट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के कर्मचारी गौलापार हल्द्वानी के सौरभ स्वार व देहरादून के तनुज मेहता एमटी हीरोट ईडन शिप में काम करते हैं। कंपनी का जहाज अलग देशों में जाकर तेल के ट्रांसपोर्टेशन का काम करता है। बीती आठ अगस्त को उनका जहाज 26 नाविकों को लेकर कच्चा तेल भरने के लिए नाइजीरिया के एकेपीओ टर्मिनल पहुंचा था।
मगर लौटते वक्त नाइजीरिया के इशारे पर 14 अगस्त को अफ्रीकी देश गिनी की नौसेना ने उनके जहाज को कब्जे में ले लिया। बता दें कि नाइजीरिया ने शिप पर तेल चोरी का आरोप लगाया है। मगर इतने महीनों में ये आरोप सिद्ध नहीं हो सके हैं। एक वीडियो भी इंटरनेट पर वायरल हो रहा है। जिसमें नाविक बता रहे हैं कि उनसे मोबाइल लिया जा रहा है और इसके बाद ना जाने क्या किया जाएगा। उन्होंने भारत सरकार से मदद मांगी है।
रिपोर्ट्स के अनुसार उत्तराखंड के दोनों नागरिकों ने केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट को ईमेल भेजकर मदद मांगी है। जिसके बाद मंत्री अजय भट्ट ने भी संज्ञान लेने की बात कही है। गौरतलब है कि कई नाविक बीमार हैं और उनके घरवालों का रो रोकर बुरा हाल हैं। ऐसे में भारत सरकार से पूरे देश को उम्मीद है कि जल्द ही इस बारे में कोई फैसला लिया जाएगा।