अल्मोड़ा: राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की कमांडेंट तृप्ति भट्ट को कोरोना महामारी के दौरान उत्कृष्ट सामाजिक कार्यों के लिए साल 2020 का स्कॉच अवॉर्ड से नवाजा गया है। सबसे खास बात तो यह है कि राष्ट्रीय स्तर पर तृप्ति को इस अवार्ड के लिए दूसरा स्थान प्राप्त हुआ, जहां उन्होंने सिल्वर मेडल हासिल किया। जबकि अवार्ड का गोल्ड मेडल आंध्र प्रदेश के डीजीपी को दिया गया है। उन्होंने कहा कि संपूर्ण लॉकडाउन और अनॅलाक प्रक्रिया के दौरान उत्तराखंड एसडीआरएफ ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, एसडीआरएफ ने न केवल छह लाख से अधिक प्रवासियों को विभिन्न राज्यों से सुरक्षित घर पहुंचाया बल्कि 70 हजार से अधिक स्टेक होल्डर्स को प्रशिक्षण और कोरोना वायरस से बचाव संबंधी जानकारी भी दी।
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बता दें कि तृप्ति भट्ट मूल रूप से उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले की रहने वाली है। वह वर्तमान में एसडीआरएफ उत्तराखंड की सेनानायक(कमांडेंट) तृप्ति भट्ट को राष्ट्रीय स्तर पर स्कॉच अवार्ड से सम्मानित किया गया है। तृप्ति इससे पूर्व देहरादून, हरिद्वार जैसे बड़े जिलों की जिम्मेदारी भी संभाल चुकी है। चमोली जिले की एसपी रह चुकी तृप्ति भट्ट को वर्ष 2019 के शुरुआती महीनों में एसडीआरएफ के कमांडेंट की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई थी।
वर्ष 2013 बेच की आईपीएस अधिकारी तृप्ति ने न केवल उस जिम्मेदारी का निर्वहन बेहतरीन ढंग से किया बल्कि हाल ही में राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित हुए डिजिटल सेमिनार में उन्होंने अपने संबोधन में लॉकडाउन के दौरान एसडीआरएफ उत्तराखंड द्वारा किए गए कार्यों की जानकारी देते हुए खूब वाहवाही भी बटोरी। कोरोना महामारी के दौरान एसडीआरएफ उत्तराखण्ड द्वारा किए गए मानवतापूर्ण अभूतपूर्व कार्यों के लिए ही सेनानायक तृप्ति भट्ट को स्कॉच अवार्ड का सिल्वर मेडल प्रदान किया गया। तृप्ति की इस अभूतपूर्व उपलब्धि से जहां उनके परिवार में हर्षोल्लास का माहौल है वहीं समूचे एसडीआरएफ उत्तराखण्ड सहित पुलिस विभाग में खुशी की लहर है।
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