Uttarakhand Chardham Yatra: Uttarakhand Dharmik Yatra Authority:
वर्षों से चल रही चारधाम यात्रा के बीच इस वर्ष उत्तराखंड सरकार एक पहल के साथ नई दिशा में कदम बढ़ाने की तैयारी कर रही है। उत्तराखंड सरकार एक “धार्मिक यात्रा प्राधिकरण” के निर्माण की योजना बना रही है। इस साल चारधाम के कपाट खुलने के साथ ही भक्तों की भारी संख्या चारों धामों में दर्शन के लिए पहुँच रही है। इसी के साथ अनियमितता की भी कई घटनाएं सामने आई हैं। इन सभी घटनाओं को नियमित करने और धार्मिक यात्राओं के नेतृत्व के लिए एक अलग अथॉरिटी बनाने की जरुरत दिखाई देती है। साथ ही राज्य सरकार इन सभी समस्याओं का दीर्घकालिक और अल्पकालिक समाधान भी ढूंढ रही है।
जिम्मेदारी होगी तय
प्रस्तावित “धार्मिक यात्रा प्राधिकरण” को दैनिक तीर्थयात्रियों की संख्या, मार्गों, स्वास्थ्य और सुरक्षा व्यवस्था के प्रबंधन की जिम्मेदारी दी जाएगी। इसपर उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने भी इस विषय में अपनी बात पत्रकारों से हुई वार्ता में सामने रखी है। उन्होंने कहा कि तीर्थस्थलों पर तैनात सभी विभाग इस प्राधिकरण के निर्माण के बाद निर्धारित दिशानिर्देशों का पालन करेंगे। इस प्राधिकरण के निर्माण से पहले उत्तराखंड की समितियां उत्तरप्रदेश के रेगुलेशन मॉडल का अध्ययन करेंगी। ताकि उत्तराखंड में यह पूर्ण रूप से प्रभावशाली सिद्ध हो और यात्रियों के साथ-साथ मंदिर प्रबंधकों को भी किसी समस्या का सामना ना करना पड़े।
मुख्यमंत्री से की पर्यटन मंत्री ने बात
सतपाल महाराज ने कहा कि हर वर्ष बढ़ रही भक्तों की संख्या और व्यवस्था को लेकर उनमें निराशा इस प्राधिकरण के निर्माण की मांग को तेज करती है। धार्मिक यात्राओं में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मिल रही प्रचंड प्रतिक्रिया एक नई जिम्मेदारी के रूप में उभर कर आई है। उन्होंने कहा वैसे तो डीएम इन यात्राओं का संचालन करते हैं। लेकिन किसी कारण अगर उनका स्थांतरण होता है तो निरंतरता में बाधा उत्पन्न होती है। उन्होंने कहा कि इस विषय में उनकी बात मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से हुई है और उन्होंने आश्वासन दिया है कि जल्द ही इसपर सार्थक कदम उठाए जाएंगे।