अल्मोड़ा: जिले में एक चौकाने वाला मामला सामने आया है। एक युवक का पुलिस ने चालान किया। युवक का कहना है कि पुलिस ने उस पर अतिरिक्त धाराएं लगाई है। इसके बाद युवक ने इंसाफ के लिए न्याय के देवता चितई गोल्ज्यू के पास अर्जी लगाई है। इस पूरे मामले के सामने आने के बाद पुलिस प्रशासन में हडक़ंप मच गया है।
दवा लेने गया था युवक
जानकारी के अनुसार चितई निवासी दीपक सिराड़ी मंगलवार को दवा लेने के अल्मोड़ा पहुंचा था। उसने किसी परिचित से बाइक मांगी थी। दवाई के लिए पहले वह जिला अस्पताल गया, लेकिन वहां पूरी दवा नहीं मिलने पर वह प्रकाश मेडिकल स्टोर पहुंचा। उसके पास घर से फोन आया कि दादी की तबियत बहुत खराब है। ऐसे में जल्दबाजी में वह बाइक तेज चलाता हुआ चितई को रवाना हो रहा था। इसी दौरान शिखर होटल के तिराहे में पुलिस उसे रोक लिया।
दीपक ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि उस पर अतिरिक्त धाराएं लगाई गई हैं। उस पर हेल्मेट नहीं पहनने, तेज गति से बाइक चलाने समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दिया। उसने सफाई दी तो पुलिसकर्मी उसे कोतवाली ले आए। जहां उसका पूरे 16500 रूपये का चालान काट दिया गया। हालांकि दीपक ने अपनी गलती मानी है कि उसने हेलमेट नहीं पहना था और वह उसका दंड देने को तैयार हैं लेकिन संबंधित पुलिस अधिकारी ने अपने अधिनस्तों को कहा कि इस पर इतनी धाराएं लगना की एक भी धारा छूटने न पाये।
चितई के गोल्ज्यू मंदिर में एक अर्जी लगाई
उसने पुलिस अधिकारियों से आग्रह किया है कि इस मामले की जांच के लिए शिखर तिराहे में लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की जाये। इससे पूरे सच्चाई सामने आ पाएगी। इस घटना के बाद वह परेशान हो गया है। वह किसी होटल में काम करता है और दो महीने से काम बंद है। वह 2500 रुपए महीना कमाता है तो कैसे चालान का भुगतान कर पाएंगा। उसने फेसबुक अपने साथ हुई घटना का जिक्र किया है और चितई के गोल्ज्यू मंदिर में एक अर्जी भी लगाई है। जिसमें उसने लिखा है कि अगर उस पर लगी धाराये सही है तो उसका नाश हो जाये, नहीं तो जैसे मेरे घर में मेरी मां रो रही है वैसे उनके घर में सर्वनाश हो जाय। गोल्ज्यू देव के दरबार में लगी यह अर्जी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई।
इस मामले मेंं एसएसपी अल्मोड़ा पंकज भट्ट का कहना है कि यह मामला उनके संज्ञान में आया है। संबंधित युवक जितनी बड़ी धनराशि के चालान की बात कर रहा है। उनकी राशि का कोई चालान नही होता है। सीओ तपेश कुमार ने उनका चालान किया है। सोशल मीडिया में यह पोस्ट देखने के बाद उन्होंने मामले की जांच शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि इस मामले की जांच अब सीओ अल्मोड़ा को सौंप दी गई है।